पृष्ठ:हिंदी व्याकरण.pdf/२४१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(२२०)


(१) नीचे लिखे अप्राणिवाचक शब्द अर्थ के अनुसार पुल्लिंग हैं—

(अ) शरीर के अवयवों के नाम—बाल, सिर, मस्तक, तालु, ओंठ, दाँत, मुँह, कान, गाल, हाथ, पॉव, नख, रोम, इत्यादि।

अप०—आंख, नाक, जीभ, जॉघ, खाले, नस, हड्डी, इत्यादि।

(आ) धातुओ के नाम—सोना, रूप, ताॅबा, पीतल, लोहा,

सीसा, टीन, कॉस, इत्यादि।

अप०—चाँदी, मिट्टी, धातु, इत्यादि।

(इ) रत्नों के नाम—हीरा, मोती, माणिक, मूँगा, पन्ना, इत्यादि।

अप०—मणि, चुन्नी, लालड़ी, इत्यादि।

( ई ) पेड़ों के नाम—पीपल, बड़, सागौन, शीशम, देवदार, तमाल, अशोक, इत्यादि।

अप०—नीम, जामुन, कचनार, इत्यादि।

(उ) अनाजो के नाम—जौ, गेहूँ, चॉवल, बाजरा, मटर, उड़द,

चना, तिल, इत्यादि।

अप०—मका, जुआर, मूँग, अरहर इत्यादि।

(ऊ) द्रव-पदार्थों के नाम—घी, तेल, पानी, दही, मही, शर्बत,

सिरका, अतर, आसव, अवलेह, इत्यादि।

अप०—छाछ, स्याही, मसि, इत्यादि।

(ॠ) जल और स्थल के भागों के नाम—देश, नगर, द्वीप, पहाड़,

समुद्र, सरोवर, आकाश, पाताल, घर, इत्यादि।

अप०—पृथ्वी, नदी, झील, घाटी, इत्यादि।

(ए) ग्रहों के नाम—सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, राहु, केतु, शनि,

इत्यादि।

अप०—पृथ्वी।

(२) अर्थ के अनुसार नीचे लिखे शब्द स्त्रीलिंग हैं—