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अप०—वारि जलधि, पाणि, गिरि, आदि, बलि, इत्यादि।
(ऋ) "इमा" प्रत्ययांत शब्द, जैसे, महिमा, गरिमा, कालिमा, लालिमा इत्यादि।
३—उर्दू-शब्द।
पुलिंग।
(अ) जिनके अंत मे "आब" होता है, जैसे, गुलाब, जुलाब, हिसाब, जवाब, कबाब इत्यादि।
अप०—शराब, मिहराब, किताब, कमखाब, ताब इत्यादि।
(अ) जिनके अंत में "आर" या "आन" होता है, जैसे, बाजार, इकरार, इश्तिहार, इनकार, अहसान, मकान, सामान,
इम्तिहान इत्यादि।
अप०—दूकान, सरकार (शासक-वर्ग), तकरार।
(इ) जिनके अंत में "ह" होता है। हिंदी में "ह" बहुधा "आ" होकर अंत्य स्वर में मिल जाता है, जैसे, परदा, गुस्सा, किस्सा, रास्ता, चश्मा, तमगा (अप० तगमा) इत्यादि।
अप०—दफा।
स्त्रीलिंग।
(अ) ईकारांत भाववाचक संज्ञाएँ, जैसे, गरीबी, गरमी, सरदी, बीमारी, चालाकी, तैयारी, नवाबी इत्यादि।
(आ) शकारात संज्ञाएँ, जैसे, नालिश, कोशिश, लाश, तलाश, बारिश, मालिश इत्यादि।
अप०—ताश, होश।
(इ) तकारांत संज्ञाएँ, जैसे, दौलत, कसरत, अदालत, हजामत, कीमत, मुलाकात इत्यादि।
अप०—शरबत, दस्तखत, बंदोबस्त, दरख्त, वक्त, तख्त।
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