यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(३९८)
त्र (स्थानवाचक)—
यद्-यत्र, तद्-तत्र, सर्वत्र, अन्यत्र, एकत्र ।
ता (भाववाचक)—
गुरु—गुरुता | लघु—लघुता | कवि—कविता |
मधुर—मधुरता | सम—समता | आवश्यक—आवश्यकता |
नवीन—नवीनता | विशेष—विशेषता। |
(समूहवाचक)—
जन—जनता, ग्राम—ग्रामता, बंधु—बंधुता, सहाय—सहायता।
"सहायता" शब्द हिंदी में केवल भाववाचक है।
त्व (भाववाचक)—
गुरुत्व | ब्राह्मणत्व |
पुरुषत्व | सतीत्व |
राजत्व | बन्धुत्व |
था (रीतिवाचक)
तद्—तथा | यद्—यथा |
सर्वथा | अन्यथा |
वृथा |
दा (कालवाचक)—
सर्व—सर्वदा, यद्—यदा, किम्—कदा, सदा।
धा (प्रकारवाचक)—
द्वि—द्विधा, शत—शतधा, बहुधा।
धेय (गुणवाचक)—
नाम—नामधेय, भाग—भाराधेय।
म (गुणवाचक)—
सध्य—संध्यम, आदि—आदिम, अधस—अधम, द्रु (शाखा)—द्रुम।