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जा--भाई अथवा बहिन का बेटा; जैसे, भतीजा, भानजा। (क्रमवाचक) दूजा, तीजा।

जी—आदरार्थ, जैसे, गुरुजी, पंडितजी, बाबूजी।

टा, टी—(ऊनवाचक)—

रोआँ—रोंगटी काला—कलूटा
चोर—चोट्टा बहू—बहूटी

ठो—सख्यावाचक शब्दों के साथ अनिश्चय में; जैसे, दो-ठो, चारठो, इत्यादि।

डा, डी—(ऊनवाचक)—

चाम—चमड़ा बच्छा—बछड़ा
दुख—दुखड़ा मुख—मुखड़ा
टूक—टुकड़ा लँग—लँगडा
टाँग—टँगड़ी पलँग—पलँगड़ी
पॅख—पँखडी लाल—लालडी

आँत–अँतडी।

(स्थानवाचक)—आगा—अगाडी, पीछा—पिछाड़ी।

—(भाववाचक)—चाह—चाहत, रंग—रगत, मेल—मिल्लत, इत्यादि।

ता—(विविध)—पॉयता, रायता (राई से बना)।

ती—(भाववाचक)—कम-कमती। यह प्रत्यय यहाँ फारसी;शब्द में लगा है और इस यौगिक शब्द का उपयोग कभी-कभी विशेषण के समान भी होता है।

तना-यह, वह, जो और कौन के परे परिमाण के अर्थ में; जैसे, इतना, उतना, जितना, कितना।

था-चार स्वैर छः से परे सख्या-क्रम के अर्थ में; जैसे, चौथा; छः से छठा।