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खरीद (खरीदा)— खरीद (क्रय)
बरदाश्त (सहा)— बरदाश्त (सहन)
दरख्वास्त (माँगा)— दरख्वास्त (प्रार्थना)
रसीद (पहुँचा)— रसीद (पहुँच), रसद

(कर्त्तृवाचक)—

दान (जालना)—दाना (जाननेवाला, चतुर), रिह (छूटना) रिहा (छुटनेवाला, मुक्त )।

आन (आँ)—(वर्त्तमानकालिक कृदंत)—

पुर्स (पूछना)—पुँर्सा (पूछता हुआ), चस्प (चिपकाना)— चस्पाँ (चिपकता हुआ)।

इन्दा (कर्त्तवाचक)—

कुन (करना)—कुनिन्दा (करनेवाला), जी (जीना)—जिन्दा (जीतनेवाला, जीता), वाश (रहना) बाशिंदा, परिंदा ( उड़ने- वाला, पक्षी)।

[सु॰—हिंदी क्रिया "चुनना" के साथ यह प्रत्यय लगाने से चुनिंदा शब्द बना है; पर यह अशुद्ध है।]

इश (भाववाचक)—

परवर (पालना)—परवरिश, कोश (उपाय करना)—कोशिश, नाल (रोना)—नालिश, माल (मलना)—मालिश, फरमाय (आज्ञा देना)—फरमाइश।

(भाववाचक)- रफतन (जाना)—रफतनी, आमदन (आना)—आमदनी।

(भूतकालिक कृदंत)—

शुद (हुआ)—शुदह, मुर्द (मरा)—मुर्दह, दाश्त (रक्खा)— दाश्ता (रक्खी हुई स्त्री)।