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ईरानी, खूनी, देहाती, खाकी, आसमानी।

ईन
रंगीन शौकिन
नमकीन संग (पत्थर)—संगीन (भारी)
पोस्त (चमड़ा)—पोस्तीन
मंद
अक्लमंद दौलतमंद
दानिश (ज्ञान)—दानिशमंद

वार—उम्मीदवार (हि॰—उम्मेदवार), माहवार, तफ़सीलवार, तारीखवार।

वर
जानवर नामवर
ताकतवर हिम्मतवर
ईना
कम—कमीना माह (चंद्रमा)—महीना

पश्म—पश्मीना (कपड़ा)

ज़ादह (उत्पन्न हुआ)—शाहज़ादा, हरामज़ादा।

४३८—संज्ञाओं में कुछ कृदंत जोड़ने से दूसरी सज्ञाएँ और विशेषण बनते हैं। ये यथार्थ में समान हैं; पर सुभीते के कारण यहाँ लिखे जाते हैं।

अंदाज़ (फेंकनेवाला)—

बर्क (बिजली)—बर्केदाज़ (सिपाही), तीर—तीरंदाज, गोला (हिं॰)—गोलंदाज़, दस्तंदाज़।

आवेज़ (लटकानेवाला)—दस्तावेज (हाथ का काग़ज़ जिससे सहारा मिलता है)।

 

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