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कर्तृवाचक विशेषण का वजन उदाहरण कर्मवाचक विशेषण का वजन उदाहरण
१ मुफइ‍्लइ मुअल्लिम=शिक्षक
('इल्म' से)
मुफअअल मुअल्लम=शिष्य
२ मुफाइल मुहाफ़िज़=रक्षक
('हिफज़' से)
मुफाअल मुहाफ़ज=रक्षित
३ मुफ‍्इल मुन‍्सिफ़=न्यायाधीश
('नसफ' से)
मुफ‍्अल मुनसफ़=न्याय पानेवाला
४ मुत‍्फइइल मुत‍्बद्दिल=बदलने वाला
('बदल' से)
मुतफअअल मुतबद्दल=बदला हुआ
५ मुन‍्फइल मुन‍्सरिम=शासक
('सरम' से)
मुन‍्फअल मुन‍्सरम=शासित
६ मुत‍्फाइल मुत‍्वातिर=लगातार
('वतर' से)
मुत‍्फाअल मुत‍्वातर=निर्विघ्न
७ मुस‍्तफ‍्इल मुस‍्तक‍्बिल=भविष्य
('कवल' से)
मुस्तफ‍्अल मुस‍्तकबल=चित्र

स्थानवाचक और कालवाचक संज्ञाएँ।

४४३—स्थानवाचक और कालवाचक संज्ञाएँ बहुधा मफ‍्अल या मफ‍्इल के वजन पर होती हैं और उनके आदि में म अवश्य रहता है, जैसे, मक‍्तब=वह स्थान जिसमें लिखना सिखाया जाता है। (कतब=लिखना से); मक‍्तल=कतल करने की जगह (कतल=मार डालना से), मजलिस=वह स्थान जहाँ अथवा वह समय जब कई लोग बैठते हैं (जलस=बैठना से), मस‍्जिद=पूजा की जगह (सजद=पूजा करना से), मंजिल=पड़ाव (नजल=उतरना से)

[सू॰—स्थानवाचक संज्ञाओं में कभी-कभी ह जोड़ दिया जाता है; जैसे, मक‍्बरह, मद‍‍्‍रसह।]

(ख) अरबी तद्धित।

आनी—इस प्रत्यय के योग से विशेषण बनते हैं, जैसे, जिस्म (शरीर)—जिस‍्मानी (शारीरिक), रूह (आत्मा)—रूहानी (आत्मिक)।