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(३) वाक्य—यहाँ उन्होंने अपने खोये हुए राज्य को फेर लिया और फिर दमयंती का बेटा-बेटी समेत पास बुलाकर बहुत काल तक सुख-चैन से रहे।

यहाँ—यौगिक क्रिया-विशेषण, स्थान-वाचक, विशेष्य 'फेर लिया'।

उन्होंने—रूढ़ सर्वनाम, निश्चय-वाचक, लुप्त 'नल' संज्ञा की ओर संकेत करता है, अन्यपुरुष, पुॅल्लिंग, आदरार्थ बहुवचन, अप्रधान कर्त्ताकारक, 'फेर लिया' क्रिया का।

अपने—रूढ़ सर्वनाम, निजवाचक, 'उन्होंने' सर्वनाम की ओर संकेत करता है, अन्यपुरुष, पुँल्लिंग, एकवचन, संबंध-कारक, संबंधी शब्द 'राज्य को'। विभक्ति-युक्त विशेष्य के कारण विकृत रूप ।

खोये हुए—मूल सकर्मक, भूतकालिक कृदंत विशेषण (कर्म-वाचक), विशेष्य 'राज्य को', पुँल्लिंग, एकवचन। विभक्ति-युक्त विशेष्य के कारण विकृत रूप।

राज्य को—यौगिक संज्ञा, जातिवाचक, पुँल्लिंग, एकवचन, सप्रत्यय कर्मकारक, 'फेर लिया' सकर्मक क्रिया से अधिकृत।

फेर लिया—संयुक्त सकर्मक क्रिया, अवधारण-बोधक, कर्तृ-वाच्य, निश्चयार्थ, सामान्य भूतकाल, अन्यपुरुष, पुँल्लिंग, एकवचन, इसका कर्त्ता 'उन्होने'। कर्म 'राज्य को'। भावेप्रयोग।

और—रूढ़ संयोजक समुच्चय-बोधक, अव्यय, यो वाक्यों को मिलाता है—

(१) यहाॅ उन्होने.........................फेर लिया।

(२) फिर दमयंती को..........................रहे।

फिर—रूढ़ क्रियाविशेषण अव्यय, कालवाचक, 'रहे' क्रिया की विशेषता बतलाता है।