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उद्देश्य | विधेय | |||||
वाक्य | साधारण उद्देश्य | उद्देश्य-वर्द्धक | साधारण विधेय | विधेय-पूरक | विधेय-विस्तारक | |
कर्म | पूर्त्ति | |||||
(१) | पानी | ॰ | गिरा | ॰ | ॰ | ॰ |
(२) | आदमी | वह | हो गया | ॰ | पागल | ॰ |
(३) | सभापति ने | ॰ | पढ़ा | अपना भाषण | ॰ | ॰ |
(४) | वह | बेचारा | कर सकता था | क्या | ॰ | इसमें (स्थान) |
(५) | मैं | ॰ | जा पहुँचा | ॰ | ॰ | सीढ़ी के सहारे (साधन); जहाज पर (स्थान) |
(६) | घी | एक सेर | होगा | ॰ | बस | ॰ |
(७) | खेत का खेत | ॰ | सूख गया | ॰ | ॰ | ॰ |
(८) | वर्ष | दो | हो गये | ॰ | ॰ | मुझे यहाँ आये (काल) |
(९) | दीवार | दो फुट ऊँची | है | ॰ | ॰ | राजमंदिर से बीस फुट की दूरी पर (स्थान), चारों तरफ (स्थान) |
(१०) | बैठना (लुप्त) (क्रियांतर्गत) अथवा किसी से (लुप्त) | ॰ | बैठा नहीं जाता था | ॰ | ॰ | दुर्गंध के मारे (कारण); वहाँ (स्थान) |
(११) | अपमान | यह | सहा जायगा | ॰ | ॰ | किससे (द्वारा) |
(१२) | नैपालवाले | ॰ | चले आते थे | ॰ | ॰ | अपना राज्य बढ़ाते (रीति); बहुत दिनों से (काल) |