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कारक एकवचन बहुवचन
  (कुछ)
कर्त्ता कछु कछु
विकृत रूप कछु कछु
कर्म
संबंध


ये रूप नहीं पाये जाते।

क्रियाओं की काल-रचना।
कर्तृवाच्य।

९—धातुओं के प्रत्यय अलग-अलग बताने में सुभीता नहीं है; इस लिए भिन्न-भिन्न कालों में कुछ धातुओं के रूप लिखे जाते हैं—

'होना' क्रिया (स्थिति दर्शक)।

क्रियार्थक संज्ञा—होनौं, होइबो

कर्तृवाचक संज्ञा—होनहार, होनेहारा

वर्त्तमानकालिक कृदंत—होत

भूतकालिक कृदंत—भयो

पूर्वकालिक कृदंत—होइ, ह्वै, ह्वैके, होयकै

तात्कालिक कृदंत—होतही

सामान्य वर्त्तमान-काल
कर्त्ता—पुल्लिंग वा स्त्रीलिंग

पुरुष एकवचन बहुवचन
हौं, अहौं हैं, अहैं
है, हसि हौ, अहो
है, अहै, अहहि हैं, अहैं, अहहि