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उदाहृत ग्रंथों के नामो के संकेत।
- (१) अध०―अधखिला फूल (पं० अयोध्यासिह उपाध्याय)
- (२) आदर्श०―आदर्श-जीवन (पं० रामचंद्र शुक्ल)
- (३) आरा०―आराध्य-पुष्पांजलि (पं० श्रीधर पाठक)
- (४) इँग-इँग्लैंड का इतिहास (पं० श्यामबिहारी मिश्र)
- (५) इति०―इतिहास-तिमिर-नाशक, भा० १-३ (राजा
शिवप्रसाद)
- (६) एकात०―एकातवासी योगी (पं० श्रीधर पाठक)
- (७) एक्ट०―एक्ट-काश्तकारी, मध्यप्रदेश (रा० सा० बाबू
मथुराप्रसाद)
- (८) क० क०―कविता-कलाप (पं० महावीरप्रसाद द्विवेदी)
- (९) कवि०–कवि-प्रियो (केशवदास कवि)
- (१०) कर्पूर०—कर्पूर-मजरी (भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र)
- (११) कबीर०—कबीर साहब के ग्रंथ
- (१२) कहा०―कहावत (प्रचलित)
- (१३) कुड०―कुंडलियाँ (गिरिधर कविराय)
- (१४) गंगा०—गंगा-लहरी (पद्माकर कवि)
- (१५) गुटका०—गुटका, भा० १-३ (राजा शिवप्रसाद)
- (१६) चंद्र०-चंद्रहास (बाबू मैथिलीशरण गुप्त)
- (१७) चद्रप्र०―चंद्रप्रभा और पूर्ण-प्रकाश (भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र)
- (१८) चौ० पु०―चैथी पुस्तक (पं० गणपतिलाल चौबै)
- (१९) जगत्०―जगद्विनोद (पद्माकर कवि)