पृष्ठ:हिंदी व्याकरण.pdf/६८९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(२)
(२०) जीवन०―जीवनाद्देश्य (रा० सा० पं० रघुवरप्रसाद द्विवेदी)
(२१) जीविका०―जीविका-परिपाटी (पं० श्रीलाल)
(२२) ठेठ०―ठेठ हिंदी का ठाठ (पं० अयोध्यासिंह उपाध्याय)
(२३) तिलो०―तिलेत्तमा (बाबू मैथिलीशरण गुप्त)
(२४) तु० स०―तुलसी-सतसई (गो० तुलसीदास)
(२५) नागरी०―नागरी-प्रचारिणी-पत्रिका (काशी-ना०-प्र०-सभा)
(२६) नीति०―नीति-शतक (महाराजा प्रतापसिंह)
(२७) नील०―नीलदेवी (भारतेंदु बाबू हरिश्चद्र)
(२८) पद्य०―पद्य-प्रबंध (बाबू मैथिलीशरण गुप्त)
(२६) परी०―परीक्षा गुरु (लाला श्रीनिवासदास)
(३०) प्रणयि०-प्रणयि-माधव (पं० गंगाप्रसाद अग्निहोत्री)
(३१) प्रिय०―प्रिय-प्रवास (पं० अयोध्यासिंह उपाध्याय)
(३२) पीयूष०―पीयूषधारा-टीका (पं० रामेश्वर भट्ट)
(३३) प्रेम०―प्रेमसागर (पं० लल्लुजी लाल कवि)
(३४) भा० दु०―भारत-दुर्दशा (भारतेदु बाबू हरिश्चंद्र)
(३५) भाषासार०―भाषासार-संग्रह (नागरी-प्रचारिणी-सभा)
(३६) भारत०―भारत-भारती (बाबू मैथिलीशरण गुप्त)
(३७) मुद्रा०―मुद्राराक्षस (भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र)
(३८) रघु०―रघुवंश (पं० महावीरप्रसाद द्विवेदी)
(३८) रत्ना०―रत्नावली (बाबू बालमुकुंद गुप्त)
(४०) रहीम०―रहिमन-शतक (रहीम कवि)
(४१) राज०―राजनीति (पं० लल्लुजीलाल कवि)
(४२) राम―रामचरित-मानस (गो० तुलसीदास)
(४३) ल०―लक्ष्मी (लाला भगवानदीन)