डूब गया--क्रिया है, क्योंकि इस शब्द से हम सूरज के विषय मे विधान करते हैं। और—समुच्चय-बोधक है। यह शब्द दो वाक्यों को जोड़ता है---
( १ ) सूरज डूब गया।
(२) तुम अभी इसी गाँव के पास फिर रहे हो । तुम--सर्वनाम है, क्योंकि वह नाम के बदले आया है। अभी-क्रिया-विशेषण है और 'फिर रहे हो' क्रिया की विशेषता बतलाता है।
इसी--विशेपण है, क्योंकि वह गॉव की विशेषता बतलाता है। गॉव-संज्ञा है।
के---शब्दांश ( प्रत्यय ) है, क्योंकि वह “गॉव' शब्द के साथ आकर सार्थक होता है।
पास--संबंध-सूचक है। यह शब्द 'गॉव' का संबंध ‘फिर रहे हो' क्रिया से मिलाता है।
फिर रहे हो-क्रिया है।
९४-रूपांतर के अनुसार शब्दों के दो भेद होते हैं-( १ ) विकारी, (२) अविकारी । अविकारी शब्दों को बहुधा अव्यय कहते हैं।
( १ ) जिस शब्द के रूप में कोई विकार होता है, उसे विकारी शब्द कहते हैं; जैसे, ।
लड़का-लड़के, लड़कों, लड़की, इत्यादि । देख-देखना, देखा, देखूँ , देखकर, इत्यादि ।
(२) जिस शब्द के रूप में कोई विकार नहीं होता उसे अविकारी शब्द वा अव्यय कहते हैं, जैसे, परंतु, अचानक, बिना, बहुधा, हाय, इत्यादि।
६५—संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं;