पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/१३८

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1. गठदांसी, १२१४ . ": गडंग मंशा बिस्वांसी ... लेई वा गर्म माड़ उपयोगी है। इसे गलफुला और हाहा भी गठिबन--संज्ञा पुं॰ [सं० प्ररिपएक मध्यम आकार का एक पेड़ ... कहते हैं। जिसकी डालियां पतली होती हैं। . . .. गठवांसी-संवा सी० [हिं० कट्ठा+प्रश] गट्ठे या विस्वे का बीसवाँ विशंप-इसकी पत्तियों में स्थान स्थान पर गांठें होती हैं। फूल - नीले रंग के होते हैं। यह नेपाल की तराई में अधिक होता गठवाई-संशा की० [हिं० गांठना] १.जूता गांठना । २.जूता गाँठने है। इसकी गोल गोल चुडियाँ या कलियां औपब के काम में " की मजदूरी। ., गठबाना-क्रि० स० [हिं० गाठना] १.गठाना । सिलवाना । जैसे,- आती हैं और बाजार में गठियन के नाम से बिकती हैं। काले ... जूता, गठवाना। २. मोटी मोटी सिलाई कराना। टाँका रंग का गठिवन उत्तम, पांडुरंग का मध्यम और स्थूल निकृष्ट ... मरवाना । ३. जुड़वाना । जोड़ मिलवाना। ४. जोड़ा समझा जाता है । वैद्यक में इसे तीक्ष्ण, चरपरा, गरम, अग्नि ... खिलाना 1 संयोग कराना। दीपक तथा कफ, वात, श्वास और दुर्गध को नाश करनेवाला गा-संज्ञा पुं० [हिं०] दे० 'गट्ठा'। ... - माना है। शरीर पर इसका लेप करने से खाई आती है गठाना'-क्रि० स० [हिं० गाना] १. गठवाना । सिलवाना । मोटी और खुजली दूर होती है। ...

. . सिलाई कराना । जैसे,-जूते गठाना। २. जोड़ मिलवाना। गटीला'-वि० [हिं० गाँठ +ईला : (प्रत्य॰)] वि० श्री० गठीला ]

... · गठाना-संज्ञा पुं० [हिं० घुटना] वह जलस्थल जहाँ कम पानी हो गांठवाला । जिसमें बहुत सी गाँठे हों। जैसे, यह छड़ी . (माझी)। गठीली है। . . . . . .. :. गठानी-संश स्त्री॰ [देश०] एक प्रकार का कर जो जमींदार असा- गठीला - वि० [हिं० गन्ना] १. गठा हुआ । चुस्त । सुडौल । जैसे,- -- मियों से वसूल करता है। गठीला वदन । २. मजबूत । दृढ़ । अच्छा । गठाव-संशा धुं० [हिं० गठना] गठन । बनावट । गठुपा-संज्ञा पुं० [हिं०] दे० 'गठ्वा' । . गठित-वि० [सं० घटित अथवा ग्रन्थिस, प्रा. गंठित] गठा हुमा। गठुरा-संचा पुं० [हिं० गाँठ ] भूसे की गांठ जो खलिहान में फेंक .' बना हृया। दी जाती है। गठिबंध-संदा पुं० [सं० ग्रंथिबंधन ] गठबंधन । गठजोड़ा। उ०-- विशेष --- इसे बुंदेलखंड में गेठ्या पीर अवध में खूटी कहते हैं। बड़ि प्रतीति गठिबंध ते बड़ो जोग ते छम । बड़ो सुसेवक साई गलुवा-संज्ञा पुं० [हिं० गाँठ+उवा (प्रत्य॰)] १. कपड़े का वह टुकड़ा ते बड़ो नेम ते प्रेम । -तुलसी (शब्द०)। जिसे जुलाहे करघे में इसलिये रखते हैं कि उसके तागे से ताने गठिया-संचार [हिं० गाँठा इया (प्रत्य॰)] १. वह बोरा या दोहरा के तानों को गठकर बुनने के लिये चढ़ाएँ। २. भूसे के छोटे थैला जिसमें व्यापारी अन्न आदि भरकर घोड़े या बैल की पीठ छोटे गाँठदार टुकड़े जो खलिहान में फेंक दिए जाते हैं। ... पर लादते । खरजी। २. पोटली। छोटी गठरी ३. कोरे गेठा । गहरा । खुटीं। ' कंपड़े के थानों की बंधी हुई बड़ी गठरी। ४. एक रोग जिसमें । गठौंद---संवा श्री० [हिं० गाँ+बंध] १. गाँठ की बंधाई । गिरहबंदी। जाड़ों में विशेषकर घुटनों में सूजन और पीड़ा होती है। २. वह माल जो अलग बाँधकर अमानत की तरह रखा . विशेप-जिस अंग में यह रोग होता है वह अंग फैल नहीं सकता जाय। धरोहर । थाती। और जकड़ जाता है। इसमें कभी कभी ज्वर और सन्निपात गठीत-संद्धा टी० [हिं० गठ+ौत (प्रत्य॰)] १. मेल । मिलाप । भी हो जाता है जिससे रोगी शीन भर जाता है। वैद्यक मित्रता । घनिष्ठता । २. गठी गाई वात । मिलकर पक्की की में वायुविकार इसका कारण माना जाता है। उपदेश, सूजाक हुई वात । आँट साँट । अभिसंधि । आदि के कारण भी एक प्रकार की गठिया हो जाती है। क्रि० प्र०—करना ।--गांठना । ५. पौधों या वृक्षों का एक रोग जिसमें डालियों का बड़ना बंद.हो । . जाता है। ३. उपयुक्तता । मौजूनियत । विशेष-इसमें पत्तियाँ सिकुड़कर ऐंठ जाती है। नई पत्तियां गठीती-संचा सी [हिं० गठना] १. मेलजोल । मैत्री। धनिष्ठता । न घनी और परस्पर लिपटी हुई निकलती हैं। यद्यपि यह रोग गि २. गठी गठाई वात । आँट सांट । अभिसंधि। पड़चक्र । ... श्राम यादि बड़े पेड़ों में भी होता है पर फसली पौधों में क्रि० प्र०—करना ।-गांठना। . बहुत देखा जाता है। उरद, मग तथा कुम्हड़ा, ककड़ी, करैला गड--संज्ञा पुं० [हिं० गढ़+ ग] दे० 'गडंग'। आदि तरकारियों में यह रोग प्रायः लग जाता है। गड़ ग'--संज्ञा पुं० [हिं० गढ़+न] वह स्थान जहाँ बान्द, गोले गठियामा-क्रि० स० [हिं० गांठ से नाम.] १. गांठ देना। गांठ और हथियार धादि रसे जाते हैं। मैगजीन । 'लगाना। २. गांठ में बांधना । गाँ० में रखना 3०-ग्रातम गड़ग -संघा पुं० [सं० गर्व पुं० हिं० गारो][वि० गड़गिया! कर्म भाव गठियाना। बंधन प्रातम वेद बखोना ।-घट० घमंड । शेखी। डींग । २. प्रात्मश्लाघा। बड़ाई। '. पृ०२८७। मुहा०-गडंग मारना या हाँकना=(१) डींग मारना । शेखी .: मुहा०-किसी बात को गठिया रखना=किसी बात को निश्चय बघारना.। बढ़ बढ़कर बातें करना। (२) अहंकार करना। . समभना।. . . शेती करना। . .