पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/१७

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यो- . परि० पा० . . पंजाबी परिशिष्ट पालो पुलिंग पुर्तगाली पुरानी हिंदी पूर्वी हिंदी राज. लश ला० पं० पुर्त ६० यौगिफ राजस्थानी लशकरी लाधणिक लैटिन वर्तमान वंत विशेषण विषमदित्तिमूलया पु० हिं. पू० हिं. प्रत्य० प्र० प्रा० प्रत्यय प्रकाशकीय या प्रस्तावना यं०० वि० । वि०वि० मू० १० व्या० (मन्द०) प्राकृत ध्याकरण गव्दसागर. फ० फकीर० फा० संयो० संयो० कि० स० सक.रूप बॅग सयु वरमी० वहुव० बुं० सं० वोल भाव प्रेरणार्थक रूप फरांसीसी भापा फकीरों की बोली फारसी बॅगला भाषा वरमी भाषा वहवचन मुंदेलखंड को बोली बोलचाल भाववाचक संज्ञा भूमिका भूत कृदंत मराठी मलयाली या मलयालम भाषा मलायम भापा मिलाइए मुसलमानों द्वारा प्रयुक्त मुहावरा यूनानी संयोजक नात्याय संयोजक प्रिया सकर्मक सकर्मकस सघुनकली भापा सधनाम सौनी गाया सियों द्वारा प्रयुक्त श्रीलिंग स० हिंदी मरा० मल० मला मि० मुसल. काव्यप्रयोग, पुरानी हिंदी युमन धानुचित संभाव्य पुत्पत्ति निश्चित व्युत्पत्ति मुहा०