पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/२०१

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- गोपनीर १२७८ गाह र मजनुन अदनिया में लिया है कि इस देश में संचाली गाववहल कालीका कहते हैं और यह पटने के पान होती है। पर मंबाहुली की

गनी गायनयान पोपत्ती से नहीं मिलती।

गावल- मो-पात बना। . . नावनोर---विकका गावजीर बलशाली या यलमान, जो दरवन गावली मंशा भी गौं ..पापानी न जानता हो । विल बल का प्रयोग करनेवाला। गावलागि-या मुं० [सं०] मंजन का नाम . मावंजोरी--संघासो [फा० मावजोरी] १. सबसे लदने की इच्छा। और मारपीदा। '.... बलप्रदर्शन । २.हाथापाई। भित। गावशमारी-मरको का०] गुमना । गावड-संशा भी० [सं० प्रोया गला । गर्दन । (दि०)। गावसुमा---संज्ञा . [ता गायमुमह ! १० पायगुम्मा । प्रि -करना। गावसुम्मा --in - ह. गाय--मुमपुरका पोहानि

गावड़ा-संशा पुं० [सं० प्रान,हिं . गांव+डा (प्रत्य॰)] ग्राम । गाँव ।

सुम या तुरटा हो। गाड़ियांह-वि० [हिं० ग्राम] ग्रामवासी । गाँव का रहनेवाला। विशेष-- इस प्रकार के पोहे को रचना माग पलासम्म । उ-कुलर भारन मालरी गोधों गायड़ियांह।-चौकी. गावार- पुं० [हिं० मेगार मंधार। ..मित्र .. ना० २, पृ० १५१ . साफत गावार :- कार००, पृ० २६ । गावण -संहा ए० [सं० गायन] गायन । गाना। गावी--- ? जहाज में कार का पान। - गावग्रहार-वि० [सं० गायन-+हि. हार (प्रत्य॰)] गानेवाला। गया । 10-गावणहार मांडद (य) र गाई। रास कदम- विशेष-इनके कई भेद हैं। अगले की तिकट, निमको बड़ा पद वंगली वाद।-वी. रासो, पृ० ५।। और पिछले को फलनी कहते है। इसके आरसार पर, गावतकिया- पुं० [फा०] बड़ा तकिया जिसे कमर लगाकर उसने ऊपर का ताबार और तावार जारामा लोग फर्ग पर बैरते है। मसनद । कहलाता है। .... गावदस्ती-संगापु० [फा०] जंगली बल। गास संशा गु० [सं० ग्रास] नंकट । दुमा RETA - गावदी-वि० [फा०] मुठिन बुद्धि का । अयोध। नासमझा वेवफूत। नाहि दरात मोहन बचे कितने गान! तोहर फूलमन्न । गड़। सब मिनि मारि कार दिनाव। -गूर ()। . गाददुवाल'-संधा श्री [फा०] गाय की पूछ। गातिया-या [० नासिया] जीमपोग। 2017 में तुरट . गाववाल --वि० गाय की पूछ की तरह चढ़ाय उतार । एंजन पर हेपाल मुहीरन के जड़े। चामर स रिना गावदुम-वि० [फा०] १. जो कार से बात की पूछ की तरह पतला के गासिया मवमल मड़े।-रसराय (0) होता. माया हो। जिसका घेरा एक और मोटा और दूसरी पोर गाह गाह'-- पुं० [40] १. गहन दुनि । २. यह जी परणाम । .. बराबर पतला होता गया हो। २.चढ़ाव उतार। ढालुयो । अवगाहन करनेवाला मनुष्का गाह-विगाहन या अवगाहन करनेवाला - सावदुमा-वि० [फा० गावदुम] दे० 'गावदुग'। गाह-मंधा ०० ग्राह । १. वाहनास3ा - नारदोभा- पुं० [फा०] दूध दुहने का वरतन । मागुन साधु गुन गाहा ।-भरपार धिपमा सनी गावदोशा-संवा पु०फा गावदोदाहादे० 'गावदोन'। माहदापना-मंशा [फा० गारदोश्नह] दे० 'गायोग'। नेउर दारि विचारिलो समिति गावन--पंच दु० [हिं० गाना] १. गाने की किया । २. गाने का (द)। ३. ग्राद। नगर यो... पाहबगाह, माहे गाहे या गाहेमाहेनीम चौर-गावनमार। गानालसिम [२० गायन ३० गाना। उदेशनारि ... रनिवास प्रमुदित नावर हो ।---तुलसी , पृ० ४। नापनिया--विहिवना--इया (प्रत्य॰)] गानेवाला । 10- बानिया के मुख बसों, सोता है मैं कान!-कोर ना०, ३.अपसर । वारो। .पक्षाद-- संज्ञा सो माप- मरदन-पाती का नाममा नारा काय दिसमें प्रतिभाको गर्दन पकड़कर गटकते हैं। पर- रिश सदी किनारमा भारी भरकम -:..बररवाना।