पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 11.djvu/१८०

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हाथ ५४६२ हाथ समुझि कुमातुकृत मीजि हाथ धुनि माथ ।--तुलसी ग्र०, ७४ । हाथ मे करना = (१) वश मे करना। काबू में करना । (२)अधिकार मे करना । ले लेना । प्राप्त करना । (मन) हाथ मे करना = मोहित करना । लुभाना । प्रेम में फंसाना । हाथ मे ठीकरा लेना = भिक्षावृत्ति का अवलवन करना । भीख माँगना। मँगता हो जाना । हाथ मे पडना % (१) अधिकार मे पाना। (२)वश मे होना । काबू मे आना । हाथ मे लाना = दे० 'हाथ मे करना' । हाथ मे लेना = (१) करने का भार ऊपर लेना। जिम्मे लेना। (२) अपने अधिकार मे करना । स्वायत्त करना। हाथ मे हाथ देना = पाणिग्रहण कराना । (कन्या को) व्याह देना । हाथ मे होना = (१) अधिकार मे होना । पास मे होना । (२) वश मे होना । अधीन होना । उ०-हानि लाभ जीवन मरन जस अपजस विधि हाथ ।-तुलसी (शब्द॰) । हाथ मे गुन या हुनर होना = किसी कला मे निपुणता होना । हाथ रॅगना = (१) हाथ मे मेहंदी लगाना। (२) किसी बुरे काम मे पड़कर अपने को कलकित करना। कलक माथे पर लेना । (३) रिशवत लेना । घूस लेना । (किसी पर) हाथ रखना = (१) मदद देना । सहायक होना । सक्रिय सहयोग देना। उ.--इस वास्ते तुमसे अरज करि जोर कीजति है वली । अब हाथ उसपर रखिये तो जग लेहि फतेअली ।-सुजान०, पृ० १०। (किसी का ) हाथ रोकना- कोई काम न करने देना । कुछ करते समय हाथ थाम लेना। कुछ करने से मना करना । (अपना) हाथ रोकना = (१) किसी काम का करना बंद कर देना । किसी काम से अलग हो जाना । विरत हो जाना । (२) मारने के लिये हाथ उठाकर रह जाना। (३) खर्च करते समय प्रागा पीछा सोचना । संभालकर खर्च करना । जैसे,-- श्रामदनी घट गई है तो हाथ रोककर खर्च किया करो। हाथ रोपना या प्रोडना = हाथ फैलाना। मांगना । (कोई वस्तु) हाथ लगना = (१) हाथ मे पाना । मिलना। प्राप्त होना । जैसे,—तुम्हारे हाथ तो कुछ भी न लगा । (२) गणित करते समय वह सय्या जो अतिम सख्या ले लेने पर बच रहती है। जैसे,--१२ के २ रखे, हाथ लगा १ । (किसी काम मे) हाथ लगना = (१) प्रारभ होना । शुरू किया जाना । जैसे,—जव काम मे हाथ लग गया तब हुआ समझो। (२) किसी के द्वारा किया जाना । किसी का लगाव होना । जैसे,—जिस काम मे तुम्हारा हाथ लगता है, वह चौपट हो जाता है। (किसी वस्तु मे) हाथ लगना = छू जाना । स्पर्श होना । (किसी काम मे) हाथ लगाना = (१) प्रारभ करना । शुरू करना । (२) करने मे प्रवत्त होना । योग दना । जैसे,—जिस काम मे तुम हाथ लगानोगे वह क्यो न अच्छा होगा । (किसी वस्तु मे) हाथ लगाना- छूना। स्पर्श करना । हाथ लगे मैला होना - इतना स्वच्छ और पवित्र होना कि हाथ से छूने से मलिनता आ जाना या मैला होना । हाथ साधना = (१) यह देखने के लिये कोई काम करना कि उसे आगे अच्छी तरह कर सकते हैं या नहीं। (२) अभ्यास करना । मश्क करना। (३) दे० 'हाथ साफ करना' । (किसी पर) हाथ साफ करना = किसी को मारना । (किसी वस्तु पर) हाथ साफ करना = बेईमानी से ले लेना । अन्याय से हरण करना । उडा लेना । (भोजन पर) हाथ साफ करना = खूब खाना । (किसी के सिर पर) हाथ रखना- किसी की रक्षा का भार ग्रहण करना । शरण या प्राथय मे लेना । मुरब्बी होना । (अपने या किसी के मिर पर) हाथ रखना = सिर की कसम खाना । शपथ उठाना। हाथ से = द्वारा । मारफत जैसे,—(क) तुम्हारे हाथ से यह काम हो जाता तो अच्छा था। (ख) तुमने किसके हाथ से रुपया पाया ? हाथ से जाना या निकल जाना = (१) अपने अधिकार में न रहना । कब्जे मे न रह जाना । (२) अवसर या मौका न रह जाना । उ०-न जाने तडके तडके किस मनहूस का मुंह देखा है कि भर दिन के मजे हाथ से गए।—फिसाना०, भा० १, पृ० ७। (३) वश मे न रह जाना । काबू मे न रह जाना। जैसे,—चीज हाथ से निकल जाना, अवसर हाथ से जाना । हाथ से हाथ मिलाना = दान देना । खैरात करना । अपने हाथ से दूसरे के हाथ पर कुछ रखना । जैसे,—आज एकादशी है, कुछ हाथ से हाथ मिलायो । हाथ हिलाते पाना = (१)खाली हाथ लौटना। कुछ लेकर या प्राप्त करके न आना । (२) विना कार्य सिद्ध हुए लौट आना। हाथो के तोते उड जाना = (१) हाथ मे पाई हुई वस्तु का निकल जाना या वेहाथ होना । (२) होश हवाश गायव हो जाना । घबडा जाना। उ०-उन्होने काँपते हुए जवाव दिया कि क्या बताऊँ, हाथो के तोते उड गए।- फिसाना०, भा० ३, पृ० २६१। हाथो मे चांद आना = (१) पुन उत्पन्न होना। लहका पैदा होना। (स्त्रियां) ।(२) मनचाही वस्तु मिलना । इच्छित वस्तु की प्राप्ति होना। हाथो मे पिसान लगाकर भडारी बनना = (१) गृह कार्य या समारोह आदि मे कुछ काम न करते हुए भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी का कार्य करने या कार्य की सफलता का श्रेय लेने का ढोग रचना । (२) झूठा ढोग रचना । नकली वेश बनाना। उ०--अनेक जन व्यर्थ भी हाथो मे पिसान लगाकर भडारी बनने पर तत्पर हो जाते। --प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ० ४५१ । हाथो मे रखना - बडे लाड प्यार या आदर समान से रखना । हाथो हाथ = एक के हाथ से दूसरे के हाथ मे होते हुए। जैसे,--चीज हाथो हाथ वहां पहुँच गई। हाथो हाथ विक जाना या उड जाना = खूब विक्री होना । बडी गहरी मांग होना। जैसे,--ऐसी उपयोगी पुस्तक हाथो हाथ बिक जायगी। हाथो हाथ लेना= बडे आदर और समान से स्वागत करना। (किसी के) हाथ वेचना = किसी को मूल्य लेकर देना। (किसी के हाथ भेजना= किसी के हाथ मे देकर भेजना। किसी के द्वारा प्रेपित करना। (किसी के) हाथो किसी के द्वारा। २ लबाई की एक माप जो मनुष्य की कुहनी से लेकर पजे के छोर तक की मानी जाती है। चौबीस अगुल का मान । जैसे--दस हाथ की धोती । वीस हाथ जमीन । मुहा०-हाथो कलेजा उछलना = (१) बहुत जी धडकना। (२)आनद- मग्न होना । बहुत खुशी होना । हाथ भर कलेजा होना = (१) बहुत