पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 7.djvu/११

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६ प्रताप लखनऊ, प्र०सं० बेला प्रतापनारायण मिश्र ग्रंथावली, संपा० विजय- विसराम (शब्द०) घिसराम कवि शंकर मल्ल, ना० प्र० सभा, वाराणसी, विहारी र० विहारी रत्नाकर, संपा० जगन्नाथदास 'रत्ना- प्र०सं० पार', गंगा पगार, लखनक, प्र० सं० प्रताप (शब्द०) ध्यंग्याथं कौमुदी के रचयिता प्रताप कवि विहारी (शब्द०) कवि बिहारी प्रवंध० प्रबंधपद्म, 'निराला', गंगा पुस्तकमाला, वीरासो वीसलदेव रासो, संपा० सत्यजीवन वर्मा, ना० प्र० सभा, फाशी, प्र० सं० प्रभावती प्रभावती, 'निराला,' सरस्वती भंडार, घीसल०रास बीसलदेव रास, संपा० माताप्रसाद गुप्त,प्र०सं० लखनऊ, प्र० सं० ची० ० महा० वीसवी शताब्दी के महाकाव्य, डा० प्रतिपाल- प्रारण प्राणसंगलो, संपा० संत संपूरणसिंह, बेल- सिंह प्रोरिएंटरा बुगाडिपो, देहली, प्र० नं० वेडियर प्रेस, इलाहाबाद, प्र० सं० बुद्ध च० बुद्ध चरित, रामचंद्र गुक्ल, ना० प्र० सभा, प्रा०भा०प० प्राचीन भारतीय परंपरा और इतिहास. डा० वाराणसी, प्र० म० रागेय राघव, आत्माराम ऐंड संस, दिल्ली, प्र. वृहत् वृहत्संहिता सं०, १९५३ ई० प्रिय० प्रियप्रवास, अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध', वृहत्संहिता (शब्द०) वृहत्संहिता हिंदी साहित्य कुटीर, बनारस, पष्ठ सं० बेनी (शब्द०) पावि बेनी प्रवीन प्रिया० (शब्द०) प्रियादास वेला, "निराला,' हिंदुस्तानी पब्लिकेस, प्रेम प्रेमपधिक, जयशंकर प्रसाद, भारती भंडार, इलाहाबाद, प्र०सं० लीडर प्रेस, प्रयाग, तृ० सं० वेलि० बेलि किसन रुक्मिणी री, संपा० ठाकुर रामसिंह, प्रेम और गोर्की प्रेमचंद और गोर्की, संपा० शचीरानी गुएं, हिंदुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, प्र० सं०, राजकमल प्रकाशन लि०, बंबई, १९५५ ई० वैताल (शब्द०) वैवाल फवि प्रेमघन० प्रेमघन सर्वस्व, हिंदी साहित्य संमेलन, प्रयाग, प्र०सं०, १९९६ वि० घोधा (शब्द०) फविवोधा प्रज० प्रजविलास, संपा० श्रीकृष्णदास, लक्ष्मी वेंक- प्रे० सा० (शब्द०) प्रेमसागर टेश्वर प्रेस, बंबई, तृ० सं० प्रेमांजलि प्रेमांजलि, ठा० गोपालशरण सिंह, इंडियन प्रेस लि०, प्रयाग, १९५३ ई० अनिधि पावली, संपा० पुरोहित हरिना- रायण शर्मा, ना०प्र० समा, फापी, प्र०सं० फिसाना० फिसाना ए आजाद [चार भाग], पं० रतननाथ 'सरशार, नवलकिशोर प्रेस, लखनऊ, चतुर्थ सं० प्रजमाधुरी अजमाधुरी सार, संपा० वियोगी हरि, हिंदी फूलो० फूलो का कुर्ता, यशपाल, विप्लव कार्यालय, साहित्य संमेलन, प्रयाग, तृ० सं० लखनऊ, प्र०सं० ब्रह्म (शब्द०) ब्रह्म फयि (बोरवल) बंगाल बंगाल का काल, हरिवंश राय बच्चन,' भारती भक्तमाल (प्रि०) भत्तमाल, टीका. प्रियादास, वेंकटेश्वर प्रेस, भंडार, इलाहाबाद, प्र० सं०, १९४६ वंबई, १९५३ वि० चंदन वंदनवार, देवेंद्र सत्यार्थी, प्रगति प्रकाशन, भक्तमाल (श्री०) भक्तभाल, श्रीभक्तिसुधाविंदु स्वाद, टीका. दिल्ली, १९४६ ई० सीतारामशरण, नवलकिशोर प्रेस, लखनक, बद० घदमाश दर्पण, तेगमली, भारतजीवन प्रेस, द्वि० सं०, १९८३ वि० वनारस, प्र०सं० भक्ति भक्तिसागरादि, स्वामी चरणदास, वेंकटेश्वर बलबीर (शब्द०) बलवीर कवि प्रेस, बंबई, संवत् १९६० वि० पलभद्र (शब्द०) बलभद्र कवि भक्ति पदार्थ वर्णन, स्वामी चरणदास, वेंकटे- चांकी० ग्रं, बांकीदास ग्रंथावली [तीन भाग], संपा० राम- श्वर प्रेस, बंबई, संवत् १९६० बाँकीदास मं० नारायण दूगड़, ना०प्र० सभा, काशी, प्र० सं० भगवतरसिक (शब्द०) भगवत रसिक वांगेदरा वांगेदरा भट्ट (शब्द०) बालकृष्ण भट्ट वापू वापू, कवितासंग्रह भस्मात मस्मावृत चिनगारी, यशपाल, विप्लव कार्यालय, बालकृष्ण-( शब्द०) बालकृष्ण लखनऊ, १६४६ ई० विरहा (पन्द०) प्रचलित बिरहा गीत भा० इ० रू० भारतीय इतिहास की रूपरेखा, जयचंद्र विद्या- विल्ले० बिल्लेसुर बकरिहा, निराला, युगमंदिर, उन्नाव, लंकार, हिंदुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, प्र० पु० सं० सं०, १९३३ वि० प्रज० ० भक्ति प०