३ - मोइन ने सोहन की पुस्तक दी थी।
४-सोहन अपनी बहन को वह पुस्तक देगा
‘को' अधिकरण-कारक में आ
१.-सोमवार को पढ़ाई होगी, रविवार को छुट्टी
२-दुपहर को भोजन ऊरने से ठीक रहता हूँ ।
यों विभिन्न कारकों में तथा विभिन्न सम्बन्धों में को’ का उपयोग
होता है ।।
‘से विभक्ति कता-कारक में-
१–राम से अब उठा नहीं जाता ।।
२–बूढ़े से चने फोड़े नहीं फूटते ।।
‘से कर्म कारक मैं-
१-मोहन राम से कहता है ।
३-~-राम ने मोहन से कुछ कहा था ।
३–म लड़के से सौदा सँगवाती है ।
४—मजदूर मुंशी ने चिट्ठी लिखवाता है ।
सभी उदाहरणों में ‘गौण कर्म' में से है।
‘हे’ करण या हेतु में---
१---राम चाक से कलम बनाता है।
२---सुब काम धनसे बनता है।
३–केवल पढ़ने-लिखने से ही सुख नहीं मिलता ।
४- मुक्ति झाद से ही सम्भव है ।।
‘से अपान में --
१-- छत से कूड़ा गिरा ।
२---कूड़े से एक कीड़ा निकली ।
३--कीड़े से बदबू आती है।
४- पानी नहर से आता है।
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