पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/३८९

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२३४ ? हिंदूई साहित्य का इतिहास राम ( बाबू ) संभवतः जनार्दन द्वारा मोरोपन्त' शीर्षक लेख में उल्लिखित ज्योतिषी, बाबू जी नायक ही हैं । राम किशोर ( पंडित ) एक हिन्दुई ग्रंथ के रचयिता हैं जिसका अँगरेजी में शीर्ष है। ‘Public Revenue with an abstract of the Revenue Law, दिल्ली । राम किश्न’ ( पंडित ) मूलत: कश्मीर के तथा दिल्ली के निवासी .....( उर्दू की रचनाएँ ) १३. और ‘त्री शिक्षा'—स्त्रियों के लिए शिक्षाहिन्दी गद्य और पत्र में पुस्तिका, कलकत्ता, १८३ : आगरा १८५४, ६० 'अठपेजी पृष्ठ रोम गालन४ तुलसीदास कृत ‘रामायू’ पर एक टीका के रचयिता हैं, जिसका, आगरे के ‘जनरल कैटेलौग अब ओरिएंटल वक्र्स' के अनुसारकलकत्ते या बनारस से केवल प्रथम भाग प्रकाशित हुआ प्रतीत होता है । १ भा० विश्रेणु के एया प्रसिद्ध अवतार का नाम, अर्थात् रामायण, जनमें से बाल्मीकि कृत सबसे अधिक प्रसिद्ध है, के नाथ्य । २ भा० राम का पुत्र' 3 कृष्ण का विकृत उच्चारण और हिज्जे

  • संभवतः 'रामगलन’ --राम का गल जाना--का बंगालों उधारण ।