पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/४९३

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३३८ ] हिंदुई साहित्य का इतिहास ‘ज्ञान माला,’ ज्ञान करारी हार। फ़राद कुली के पुस्तकालय की इस्तलिखित पोथी । Treatise om suspended Animation from the effects of submersion, hangingImoxious air and light ningand the means employed for resuscitatic m. नेटिव मेडिकल इंस्टीट्यूशन के विद्यार्थियों के लाभार्थ मुद्रित ।-१२६, एक प्लेट सहित बड़े अठपेज़ी ३८ पृष्ठ । संभवतः किसी भारतीय की सहायता से पी० टन (Breton) द्वा, हिन्दुस्तानी में लिखितमूल ( श्वासवरोध ) पर पुस्तक । ‘दर बयान नताय नायक आ नायिंका भेद हिन्दी बा आशार फ़ारसी’ ( फ़ारसी लिपि ), फ़ारसी पचों के साथ नायक-नायिका भेद का बयान )। फरजाद कुली के पुस्तकालय की हस्तलिखित पोथी । वर रिसालइ राग माला’ ( फ़ारसी लिपि ), संगीत के रागों पर पुस्तक । फरजाद कुली के पुस्तकालय की हस्तलिखित पोथी ।

  • दशक्षपएवंतविधि' ।

जिसका अर्थ प्रतीत होता है । : ‘दस प्रकार की अपवित्रताओं के शुद्धि काँ के लिए नियम ' यहू जैनों को अंज-भाषा में लिखी गई, एक धार्मिक पुस्तक है, जिसका उल्लेख श्री विल्सन ने किया है, , ‘एशियाटिक रिसर्च, जि० १७३० २४४। ‘दादा’ । एक प्रकार का गान या पढ, जैपुर की बोली में रचना, वॉर्ड द्वारा आपनी हिस्ट्रीलिट्रेचर, एड्सोटरा अब दि हिन्दू ज’ (हिंन्दुओं का इतिहास साहित्य, आदि ), जि० २, ४८१ में उल्लिखित ।