पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/५१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

परिशिष्ट २ [ ३४थे कालिका अस्तुतःकाली की स्तुति -लाहौर, ‘कोह ३ जूर ' मुद्रणालय । ‘कृष्ण का बालपन'-—कृष्ण की बाल्यावस्था, हिन्दी में कविता । १८ बरहपेजी पृष्ठ । ‘कृष्ण की वारा मासी---कृष्ण के बारह सास, गीत आगरा १८६४, सोलहपेजी। ‘कृष्ण गीत-कृष्ण का गीत । आगरा१८६५, १६ पृ० । जे० लौंग, कैलौग’, ४० । ‘कृष्ण फाग'-कृष्ण के सम्मान में होली के गीत '-छागरा, १८६४, १६ बारहफेजी पृष्ठ । कृष्ण माला--कृष्ण की माला, कविता । जनवरी१८६६ का, लखनऊ के, नवल किशोर का सूचीपन । ‘कृष्ण लील र-कृष्ण की लीला के हिन्दी में |-आागरा, १८६४ १६ ४० । गमकारी उपदेश का संक्षेप-स्कूलों के लाभार्थमूल अँगरेजी से हिन्दुस्तानी में अनूदितसंतर्म ग्रन्थों से लिए गए नीति- . वाक्य । उसके उर्दू और हिन्दी में कई संरण हैं (‘रिपीई, आदि; अगर, १८५३, ४० ६१ )? मुझे उसका एक कलकरों का संस्करण ज्ञात है, १८३७५० अंठपे औी पृष्ठ, फ़ारसी अक्षरों में । गिरधर मूल’-कृष्ण पर टीका ( कृष्ण का गान ), हिन्दी में आगरा१८६४८ आठपेजी पृष्ठ । गोकुल नाथ कृत वर्मागोकुन्नाथ की. चौबीस कथाएँ और वचन: हिन्दी में ।-१८७७, ३५ अंगरेजी पन्ने; परंगना इगलास में बेसमा के राजा द्वारा प्रकाशित 1:.. . द . .