पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/५२१

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३६६ ] हिंदुई साहित्य का इतिहास राजपूत हस्तलिखित ग्रंथचंॉड द्वारा देखा गया, और उन्हीं के द्वारा चन्द के समय का लिखा माना गया । ‘गोल प्रकाश’-भूमण्डल का इतिहास, भूगोल की हिन्दी पुस्तक । -१८६५ में आगरे से मुद्रित । जे० लग‘टैग, १० ४१ । ‘चन्दर राज रास’ चंन्द्रसंबंधी राजाओं की क्रीड़ा : हिन्दी में । श्री पैव ( Th. Pavie ) के गुजरात और मरहूठी भाषा पर विवरण (ffmoire) में उहिलखित । ‘जगत विलास’ -दुनिया के आनंद। मारवाड़ पर हस्तलिखित ग्रंथटॉड द्वारा उल्लिखित‘ऐनल्स झाँव राजस्थान में ‘जैगन पोथी' -जैगन की पुस्तक, अँगरेजी में Jaigan's war with Hanifa’ , १८६५, १५० आठपेजी पृष्ठ। उसके कई संस्करण हैं - जे० लौंग, ‘के लौग, पू० २१। दिहात की सफ़ायी-गावों की सफ़ाई।- इलाहाबाद,६ चौपेजी पृष्ठ। ‘धर के राजाओं की खबर' - पृथ्वी के राजाओं का इतिहास । हिन्दी रवना, १८५१ में भारत में मुद्रित । नक’ (भूगोल संबंधी )। हिंडवानी में वे बहुत बड़ी संख्या में प्रकाशित हुए हैं, जितने फ़ारसी श्रदरों में उतने ही देवनागरी अशों में एक तासाँ (Tassin) नामक फ्रांसोसी ने, अन्य के अतिरिक्त, दुरे अक्षरों में एक दुनिया का नकशा तथा हिन्दुस्तान का एक सुन्दर नकशा छः पक्षों में बनाया है । ‘नीति विनोद' या विनोद - लंदन शहर के विवरण सहित, प्राचीने :