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६२ : हिन्दी-निरुक्त
 


मुख्य चीज है। व्याकरण में इन विभक्तियों के प्रयोग पर विचार होता है: स्वरूप-विकास पर नहीं। विश्वास है, हिन्दी में अब इस ओर विद्वानों का ध्यान जायगा। सो, यह सब प्रत्यय-चर्चा अनावश्यक नहीं है; जरूरी चीज है।