पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/१२५

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मलकाय-जलगांव - सत्। १ फुटम्यिमोहन सूर्यमुखी। (वि.) २ जला- अनकैग ( पु.) असस्य केशवान, मेगा . मिनायो। जलकोपा (हि.पु.) यूरोप, एसिया, पक्षिका मो. : अन्त काय (म.पु. ) जनमतानुसार यह प्राणी जिसका रोशपमेरिका में मिलनेवाला एक प्रकारका प्रशारी जनी गरोरो । पृथियो, प, तेज, वायु और मन रमको गरदन मफेद, पाँच भूरो भोर मेष मा . स्वति इन पाद स्यावर जोयाँमे एक । पपकाय पर्यात काला होता है । मरो घेर मादेमे कुछ छोटे होते हैं। जानकायके भीयाने मिर्फ एक ही स्पर्ग इन्द्रिय होतो या दोसे तीन हाथ तक मम्या होता है। मादामे एE - है। इममें सप. रम, गन्ध पौर वर्ण चाही पाये जाते बारमें चारमे हातपंदा होते हे म. २॥"मिरोगमायुगनासतमः स्थायरा: । (तस्यापून २ १०) के गुण-विध, भारो, यातमागम, गोगन पोर प. जम्लकिनार (हि.पु.) एक प्रकारका गमो कपड़ा। पर्दक । जनकिराट (म.प्र.) जने किरः शूकरः इय पटति जनहिया (म' सो. ) जसराप्रपा लिया। विवादिका गति पट अन् । १ प्राइ, मगर, घड़ियाल । २ गिगु न । मार, राम गामक जलजन्त। जनकीड़ा (म. सो.) प्रग्नेन समे या कोड़ा । अब जनकुभो (हि.पु. ) कभी नामको गनस्पति यह मगारपणादि रूपकोड़ा, अलविहारशरम पर्याय-. वनस्पति अनागों में पानोके जपर होतो है। पाव, प्यत्य जी पीर कारपविफा । जलकुक ट (ग. पु. ) जले कफट ५ । १ पक्षिमंद, अलावग (म• पु.) असम्य पगा ! मान मुग्गायो। २ टुक। विप, पानी के किनारे रहवामा एक पसी। जनकम (म• पु० ) जले कु. म. परिविषेप य । अलाटर (६ि० पु. ) जलसरो। अनचरपरिविगेय, कुमो, मनमुर्गी। इम पर्याय- अनादसे (हि.पी.) एक प्रकारको धीमी जो माशे ... कोटि पोर गिरी है। । धनी रहती है। मनुण इममें फन पादिप कर एश जनगरम्न (म. पु.) गेवाप्त, मेयार। स्थानगे दुमरे स्थान तक ले जाने । जमक माम ( पु) लस्य कमत: ग १५ । अनवाया (हिं. पु. ) जनसाना हतिया। मान्न, मेवार अम्लग (म.पु.) जल गवति । जन-गम | समता जनासक (म.पु. ) असे पुसाय कायति। १ जन | यह जो पानी में डूब गया । जात हमभेद. कोई । २ गमाल, मेवार जलगन्धमे (म.पू.) लम्सी । जनपो (म.मी.) जसम्य पोय । पर्स, जसगर्भ (म.) जतपयको गर्मः । प्रधान विप यो। २.नहाग. तानाय । पानका पूर्व जगमका गाम उमनि धम अमित जमार्ग (म.पु.) असे धर्म या गिगमार, मम पाहम है पुन जन्म पर यिमा या! . गाम सन्तु। . . अमाय-बार प्रामा दुनडाना निनका एEATERY अमला (म.वि.) जनकार, मंगेवाना। | या पता. २०१३ २१. ११. पारगा। सनरत (म.पु.)ताकापिरीमा एक प्रकारका पुकान! २१ मया २.४८.मा पमा । फम ... राय पिम दिगाम उदय सोता है और रमको ४१ वर्गमीन पोर मोगा REA: ८०१३३६६ मियापिकी पोर मो. यापन गए एक मगर जोर.१५५ गान प्रामामामRIT RI शेता। पोलिस निशिम पदयमे भग १५y.) पोर मेम २८....। १८.५ गोमाता पिता ...... पान माम मानत मानिमा ARE IT. WHI (पु) जर बनेका किसा ! -३ का पानी निको अHTTER. पर या पार पापोm or". ... '