पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/१४७

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लहस्तौ ... '

किमोके पाक्रमाय करने पर भी यह घप-थप, कर सिवा ये दूसरे समयमें माम नहीं करते। महाम-कानी : पन्नता रहता है, और तेल कुष्य के समान पेट स्लिाते स्पस्थित होने पर नरोम ब लड़ाई होती है जो अर. डमात थोड़ी दूर माकर थक जाता है। इसको भाई इस्तो अपने पराक्रममे सबको पराजित कर देता है, मभाषतः नोलाई लिए मज होती है. किन्तु किमौके। वही स्त्री सहवास कर मकता है। मीनिए बंदरियों पाशमय करने पर तान्न सुई हो जाती है। समान इनमें भी २८।२० जनइम्तियोग एक एक पोर. तम्सिनो पोर उसके वोंको आयाज पेवक जतहस्ती देखा जाता है। इस समय ये कभो भो .. (उ) के ममान है। किन्तु बड़े नबास्तो की आवाज अपनी जातिको ज्ञानमे नहीं मारते; जो हार जारी है. . . . प्रत्यता भयानक ( बुलन्द) पोती है इसकी मुंडके किमो निर्जन स्थानम ना कर मनका दुव मिकामा भीतरसे जब पायाज़ निकलतो है, तब वह बहुत दूरसे। करते हैं। मुनाई पड़ती है। यर जन्तु बमामता गास प्रातिका पोता.। ___यह नदो, पद और जलाशयों में रहना पसन्द करता पपनी पोर पोंको रक्षा करने के मियाये शिमोदी है। यह सूर्य का उत्ताप नहीं महमकता। इसलिए जब कारणमे किसी पर पाशमय नहीं करता । पानने या यह अनागय के किनारे पेठता है, तब देष्टमे भीगी यान हिलते हैं और पालक बरादरसे बुलाने पर गीचे लपेट लेता है। उसी समय ठमके पास पहुंच जाते हैं। नायिक मोग ___यादा एड या ज्यादा गरमी इनको पच्छी नहीं इस प्रकारके पालतू मलहम्ती पर चढ़ कर खेमा करते सगतो! इमलिए ये झुण्ड बांधोध कर गीतके मार. है। ये ३०1३२ वर्पतक जीवित रहते हैं। भम प्रधान उत्तर प्रदेश और ग्रीमके प्रारम्भ दक्षिणकी तरफ चले जाते हैं। ____ जलस्तीका मास काला परयो मिना या पोर पोणकर होतानाविक (मशाह) लोग र पोण कारके याद ही जलपस्टिनी सन्तान प्रसय पारतो है । किमो मतमे एक प्रारमें एक और किमोके दांतीको नमक गना कर पड़ो मषिक माय बात है। . मतमे एक यारम दो बजे जनती है। इनके हालके जाये। मकी चमड़ी बहुत कड़ी, काले रंगको पौर बिना वानी की होती है। रम चमड़े मे घोड़े पोर गाडीका यौ का यजन प्रायः एक मन होता है। प्रस्त होने के बाद जम्मास्तिनी ममुद्र के किनारे पर माज बनता है। ममी परवी में मोमगतो पादिपक घोजे पनगी है, मोनिए मका शिकार किया जाता.' अपने अपने बयाको मगन सुनाकर उन्हें दूध पिलाया फरती पौर अनास्तो चारों तरफ रह कर इनकी ____ मतमानू-मनास्तीकी भांति ममइ अनमनका रसा करते हैं। इनके बगे पाठ दिनके पंदर ने बद। जनम्या पोर मनमि पादिमी नये जति । ये जाते हैं। हम उपरामा मर-माद दोनो मिन भर गई। ममी एक जातिकशमिम मुंकी पाति पोर रना मियात रही तीन ममा याद ये फिर गरीर के परिमापके पमुमार मिना पाई जाती है। पीको लेकर किनारे पर पा जाते। बतायचे पमेरिका, कममफटका पीर व मरायम पादिबोचा नवयं पपनी रयाक रनेशो ममर्थन होय. मधमक। समान देने जाताये धमन्त राम मि मा मा पास दोरहते २।२-३ वर्षमें ही वे पू यत-1 गय किमारे गए. यही माम पोर गर्ग। भको प्राम तेरमो समय नर ( मस्ती ) कस्ता धारपका ममय। मिझमा करनी है। __ अनाप्तीको सरह एक एक सममान...-.. किन पाम पर फिर 2 (ब) मनभातो.! निया भीग काका मादा समानुपाम पहो मौरे पाम न पाते। एइ मिशन पाने पर नर एकमाम शर्मा, या पाकर मस्सा है। योगमा शिशिरा निर ममय मितभा पर पनी पयिनियर पति रोटाका ..