पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२१०

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जहानाबाद-जडे १८७ और दो फौजदारी अदालत हैं। दैत्यराज बलिका स्थापित किया हुआ है। २ गया जिलेके जहानाबाद उपविभागका सदर। जहानाबाद-युक्त प्रदेश में प्रामनगढ़ जिलेको यह यह अक्षा० २५१३ उ० और देगा. ८५० पू०, गयाम मदाबाद तहसीलका एक प्राचीन शहर। इसका वत. ३१ मील उत्तरमें मुरहर नदीके किनारे अवस्थित है, मान माम मौनाटभन्नन है। यक्षा० २८.५७ पोर यहां लोकसंख्या प्रायः ७०१८ है। यहां डाकबङ्गला, ! देशा. ८३.३५ पू०में पड़ता है। यह गहर पानमः डाकघर, अस्पताल, हाजत प्रादि हैं। यह नगर पहले गदमे भी प्राचीन है। यह का स्थापित हुपा है बाणिज्यक लिए प्रसिद्ध घा। अब भी अोलन्दाजों को। इमका पूरा पूरा पता नहीं चलता । प्रयाद है कि यहां तीन कोठियों का भग्नावशेष इसके पूर्व समृद्धिका परि एक टैता रहता था। बाद मालिक ताहिर नामक चय दे रहा है। १७६० ईमें यहां पर इण्डिया कम्पनी किसी फकोरने उम देताको भगा कर अपना वाम का कपड़े का कारखाना था। पहले यहांक अधिवासी स्थापित किया। उसीके अमुमार इसका नाम मौमाट. सोरा बनाते थे । मञ्चमुरकी प्रतिइन्दितामे यहांक । भञ्जन अर्थात् देता दूरकारी नाम पड़ा है। पान भी यहां वस्त्रका व्यवसाय प्रायः लोपसा हो गया है। अब भी उस मालिक ताहिरकी कन मौजूद है। बाइनर पक- इसके चारों ओर बहुत जुलाहे वाम करते हैं। में इसका उल्लेख किया गया है . मम्राट गारजहान जहानाबाद-१ घनालके हुगली जिलेका एक उपविभाग। ममय यह स्थान मादको लएको जहानाग येगमको इसका भूपरिमाग ४३८ वर्गमील है । इममें ग्राम और दिया गया था। उमौके अनुमार इसका नाम जाना। नगर कुल ६४८ लगते हैं। यहां जहानाबाद, गोघाट बाद हुआ है। पौर खानाकुन्त नामक तीन थाना और २ फौजदारी | बेगमके पादेशमे वह एक चान्दनो मनाई गई तथा २ दिवानी अदालत है। घो जिमका भग्नावशेष प्राज भी देखा जाता है। परसे २ हुगली जिले के जहानाबाद उपविभागका मदर । यह नगर विशेष ममृदिगालो या। कहा जाता है यह अक्षा. २२' ५३ ३० और देशा०८७४८५. पू. है कि एक समय इम नगरमै ८४ मुहमा पोर १६. दारकेश्वर नदी किनारे अवस्थित है। माजिद थीं। जहानाबाद:-१ युक्त प्रदेशमै रोहिलायगड विभाग अन्न- हालत (प. स्तो) पभानता, मूर्खता। गंस बिजनौर जिलेके दारानगर परगने का एक शहर। जहिम्तम्भ (सं० वि०) लो मर्यदा स्तम्भमें पाधान करता यह विजनौरमे १२ मील दक्षिण, अवस्थित है। यहां नयाव सं यद महम्मद सुजायत खां को सुन्दर पक की जहीन (प.वि०) १ हिमान, समझदार । २ जिम बनी हुई एक का है। स्मरणशक्ति हो, धारणा रखनेषास्तर। २ रोहिलखगड विभागके पिस्तिमित मिलेको पिग्नि- जद ( मं• पु.) जति हावाहुल कात् उण रित्वच।। भीत तहसोलका एक गहर । यह सदरमे ४ मील पश्चिममे अपाय, मतान। २ कुरुवंशीय राजा पुष्पवान पुत्र । अवस्थित है। जहानाबादके निकट वलिया या बार- (भग. ९.१.) पगियापुर ग्राममे बनाइखेरा नामक प्राचीन मन्दिरका नइह (प.पु०) प्रकाश, चमक, नेहा भग्नावशेष देखनौ पाता है। बलिया ग्राममें बहुतसी | जहन (१० पु०) दहेज देखो। मड़ी बड़ी प्राचीन टे बाहर निकाली गई | जावो मं० स्त्रो. ) जलीः मम्बिन्धिनी तस्य यम । है। जी पीछे जहानाबाद लाई गई। प्रत एव जर मम्पन्धिनी प्रजा । बानयो, गदा। २ अशकममा, मलियाम अभी विशेष कुछ भो नहीं है। कुछ भी थे जो जहु प्रापिके वंशमे उत्पन्न हुए। हो, ईराक देखनेमे अग्निया एक प्राचीन ग्राममा ह. (म. पु.) प्रहासिहानु हातेहरे अंदमागर अनुमान किया जाता है। 'प्रपाद है, फि यह याम ! १ विमा। २ भरतवंयोय पप्रमोद रामा