पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२४१

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२१४ मति पादिम धिवामी नाममे भी प्रमिह हैं। इनका रंग गावापों में विभता हो कर यरोप, प्रमेय किया। समाएको लिए काला, वाम काम्ने, सीधे वीर मजबूत } मन्यन वा परोक्षमावसे यरोपको ममी जाति कोमोय . त्या थोड़ी पोर छोटी दाड़ो भी उपजती है । कपान कैस्ट शाखासे उत्पय दुई। याम्तय-पथिवी पा :- देशको पस्यि स्वत, नासिका नुकीली, मम्तक छोटा, सर्वत्रही कमीय जातिका प्राधिय देपर्नमें पाता है। अग्रभाग उन्नत, पयाद भाग चपटा, अमेरिकामें यहाक मादिम निवामियों के माय फरमोय . . मुख बढ़ा और थोष्ठ मोटे होते | जातिके लोगों का मंमियणमे नई नई जातियां सादर है। इन लोगों में शिक्षा-शक्ति बहुत हो रही है। घोही है चौर न इन्हें समुद्रः इसी प्रकार यूरोपोय पोर निग्रो मानिक मंमियम TET यात्राकरनेका साहम ही है। वे मूलाटो ( Mulatto ) नियो, पोर मामरिक आति आमेरिक जाति। लोग प्रतिसापरायण, चञ्चल मम्बन्धमे जम्यो (Zamboc) पादि जातियों की पति पौर युद्धप्रिय होते हैं। कोई कोई दम जातिको दो । होतो है। भागाम विभक्त करते हैं। मेपिनको, पैस्यीय और बमोटा| पहले ही लिप पुके है, कि पायात्य मसी ममुण के पार्म रिकगण (अपेक्षामे) 'उयत होते हैं। इनमें से पांच प्रधान जातियोम विभक्त उनमें से कोसोयगर को पारुति एकमी नहीं होती, किन्त गुण प्राय: एकमे | तयणे, मोहालीय पीतवर्ण, रथिपोपोय पण पोर होते हैं तथा भाषा भी एकमो है । इस जातिका क्रमग:/ पामेरिकगण ताम्म्रवण होते हैं। परम्त शारीरिक गणत चय ही होता आता है। के द्वारा मम ममय जाति विशेषका निर्वाचन नहीं किया ___ मलय जाति सुमात्रा, वर्षियो, जावा, फिलिपाइन जा सकता। एक जाति के लोग भी भिन्न भिन याप के को आ पाधि दीपों में यास करती है। इनका गरोर तामवर्ण, मकते हैं। हिन्द लोग ककेमीय जातिके पसीने वाल काले, पर देखने में यादर्य, मुख बड़ा, नामिका स्यून | पर भी उनका वर्ण य रोपियों जैसा मफेट नहीं होता। और कोटो, मुख देश प्रगम्त पोर चपटा तथा दास यड़े | मणवर्ण वाले अधिक उत्ताप मह सकते हैं, हमीनिए बड़े होते हैं। इनका मस्तक ऊंचा पीर गोल, सम्माट नियो जातिका याम सपणमधान देयों में पाया जाता है। नोचा और प्रगम्त है। इनका इनका गरीर भी सत्तापको मह कर बना है प्रो. नेतिक भान प्रत्यन्त निकट। ये | ग्जेतवर्ण वाला लोगों के गरीरसंस्थान के विषय इतना लोग पामिरिको की तरह पालमी प्रभेद पाया जाता है कि, एक येणीके भोगीक सुर मर्म प्रयया समुद्रमे उरत नहीं है। चमड़े पर कोरमा के उपकरण मियित रहते धीर ये लोग ममय समय पर कार्य दूसरी पोवालों के यह नहीं हो।' कालमें पपनो बुद्धिका परिचय | मिममिय मनुण भित्र भित्र प्रकार के कंगदेवमी मसप साति दिया करते हैं। पाते हैं। कोई कोई करी-वेगोको अदम गारीरिक एथियो पर प्राय: मयंत्र झी देखा जाता है कि प्रत्येक | या उपायाम बिन्यता मियो मोगा गरे प्रदेश पादिम अधियामियोंये गून्य हो कर नये लोगों द्वारा ममान पोर फाले र मया पामेरिकी पड़े पोर मान पायाद पारे। यूरोपण पर टि डालनेगे रमा रंग वाम मर्ग माम म होगा कि गारोरिक . सम्यक हटात मिल मफता । यूरोप प्रत्येक प्रदेगर्म वर्ष के माय भी गौ का मामा रसामो तर. , सानसाटिग वादि जातिको बाजायों के घातप्रति पापा मारा भी इनका मम्वन्ध रामाधार .. पास एक पक्ष नई शातिका माठन पाई। को मुन्टर मग याने मोगकी पागे उभयत पोर कामों कोई निशान कि में जाति प्रथिवी पर प्राय: महामने होत रामिव भिय मासोय मोमो ममताको .. गर्यक्ष यस्यत। म शामिम माय पपियाचे दो गठन यिमित्र प्रकारको सोमो और रमोसिएसनको