पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२४५

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२१८ जाति (तो) फल पर पिस्ममि फट जाता है। हिलकेको उतारते हो, पानो साय थुपाने कर मायियो पोर माया दो . मोतर कोमल पत्तियों की भांतिका तरयह दल निक- होमे सुगन्धित पदार्थ निकाल लिया जातायत . नमा ताजा हो तो रमका रंग घोर लाल होता है लयत् पौर पत्या महायो होला । THE उमौको नापियो और जायियो के बाद प्रायफल कहते भाविती या जायफलका पर्फ का मकते ९ । माविशेगा इसके सपर भी दो भापरण रहते हैं। जपरका पर्क फुल पोनाईको लिए पोर जायफनका पाप पायरय चिकना पोर कठिन, नया भोतरका पतला पोर होता है। दोनों तरह के पर्कमाधुग सुगन्धित कर धमनवर्ण का होता है। हितका फल के भीतर तक मेद । काम पाते हैं। इसीलिए पिलायतो आपिसी पोर माता पर इमोलिए फसको काटने पर उसमें मायल जायफनको खपत ज्यादा है। पिम् (Piety) जैसे चिह दिखलाई पड़ते है। नायितोका परिमाण | माहवने पपने "पा पाफ, परपमरो" मामः APाम सुग्ने फल में प्राय: एकपञ्चमांग है। ग्रन्यमें लिखा कि, रामेइ पोर कटलेला जावित्री और जायफल एक हो पड़ी उत्पन होते | प्रति वर्ष १,४०,००० पोण्ड (प्राय: १०५०) मम. है। ये दोनों यस्तुएं बहुरा समयमे एमिया और । जायफन्त खुर्च होता है। और मिमोलम (Si- यूरोप प्रादरके माथ ममाने के काम माई जाती है| ninonds ) साध लिखते हैं कि, १८७.१ मे पर मिमा पायर्य का विषय यह है कि. महा ये पैदा होतो पांच वम प्रतिवर्ष लगभग प्राय: ५.८२,०१६ पोपट ६. वहां के मनोग रमको जरा भो कदर नहीं करते और मायफल मिर्फ रङ्गलेगा और फटने राष्ट्र में पूर्व पा नमे ममाने के काम में हो जाते हैं। था। यह परम्लेको तौलमे माय: पोगने में भी पादा यान्दादीपमै जातिहत पर वर्ष में तीन बार फल लगते है। रम यावण महीनौ, २य कार्तिक और पगइनमें बहुत तरह के विलायसो गन्धद्र याम गायफमझा .. नया पनिाम बार चैत्र माममें ये फल पक जाते हैं। फिर मिलाया जाता है। थोड़ा मिसानमे से नरिये ममेडा धमकं हिल को उतारकर भाषियो निकालकर उसे धर्मामट प्रादिकी सुगन्धि पीर भी ममोरम रो भागो है। पला रामा सेते हैं। जायफन छिलके के भीतर दो माम पहले 'शान्दाका माधुन' इस नामका आयमन । तक मकड़ी के धुएं मे सुम्पा लेने पड़ते हैं। नहीं तो कोड़े, मायो रेलसे एक तरपका मायुग बनाया जाता था। लग यार मष्ट कर देते हैं । बान्दाके लोग पहले कुछ दिनी | परायफलके पर्फमे साबुन सुगन्धित फरकी प्रथा . सक घाममें सुरक्षा कर पोले धुएं से सुखाते हैं। जब भोमर चलाने के कारण उमको पाम बन्द हो गई। . से उन लगता है, तब उसे तोड़ कर मायियी मिझान बसमें प्राचीन मंस्थत प्रन्यों में मातोफलका मामो. सो गाती है। कभी कभी कोडगि बचाने के लिए जायज पोर उसके गुणों का पर्वम मिलता है। पतएम . फन्त चने के पानी में डाल दिये जाते हैं। पर एमे | म मातका निर्णय करना बहुत ही मुश्किल शि ' सुमागे पुए जातिकमही यतीको पपई सगते । भारसय में किम ममयमे. जातीफनका मार मा , नातिफममे दो प्रकारका म पनता है। रमा प्रमाण मिना ३ शि, गाको यो गसाम्दोम उदायो , पोर २य स्थायी सेवा ममे परमा तेल परय देगडे अधिक. पूर्वी गायफन मगाकर योको शुभ और जायफमको पापमा तीन नगन्धियुमदोता भेजा करते थे। म मय पारम्य पोर पाय . मरा म कठिन, पीताम पर मनोहर गधाविजिट है। रमई गुण प्रयगुतज्ञामते । पिन्द्रयदा पीर मुममा पोर नाम नायकमरेकोमाफ मागे गामा हको उदयमय पादिर निर शायसनी REET शो वीर शिर उगे पैर कर HिARI HIRT | गौतम दोषध सति । यो मरामे-आप Tier निपा पर मन कलिंग, दानदार पोर. पाटम मादक. पापड, मनकारक चोर प नि परता .