पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२७१

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२३५ नापान उमसे यहां के परमाणु धममय हो जाते थे। यूरोपोयगए। जितना अधिक प्रवेश होने लगा, जापागियों को यो । रोम, माद्रिद वा लिमवनके राज-ऐश्वर्य से पराजित होने पीय सभामा उतनो को अधिक पमन्द पाने लगो। पर भी, 'सोगुन'को धन समृद्धिको देख कर बड़ा पायर्य १८५३ ई०के जुलाई मासमें चार अमेरिकन अदाल करते थे। सोगन'को शासनप्रणालोसे प्रसन्तुष्ट हो कर जापान के 'सागामो' पदेगके 'उमा' नामक स्थानों पा कुछ सामन्त भोतर भीतर विधववाद हो गये थे। किन्तु लगे। जहाजों के प्रधानने आपानके माय यानिय एनके शासनकालमें देशमें शान्ति रहने के कारण विद्या सम्बधीय सन्धि करने के लिए 'सगुन'के पाम पापिदना चर्चा और साहित्यको पालोचना बढ़ गई यो। पाठवें | पन भेजा। 'मोगुन'ने इसके उत्तर काला भेगा कि मोगुन 'यादा पाजूमामारो'के ममय (१०१६.१७४५ / "एक वर्ष विचार कर उत्तर दिया जायगा।" इम हो १०)में लोग 'कोजिको' के काव्य आदरके साथ पढ़ते थे। महोने बाद हो एक समियाका जहाज 'नागमेको 'कोजिको' जापानमें वाल्मीकि वा होमरके समान माने मालगा और उसके प्रध्यक्ष ने जारका नाम से कर जाते हैं, उनके ग्रन्यमें सम्राट पर पचला भक्ति रखनेको नापानमे वाणिज्य सम्बन्धी सम्धि करनेको प्रार्थना शिक्षा दी गई है। यूरोपमें मध्ययुगके सामनरा-तन्त्रके / की। किन्तु उनको प्रार्थना नामंजूर हुई। पम्स में समय जैसे रोमके कानूनों को पढ़ कर लोग राजा पर । अमेरिकनीकी जापान के दो निक' बन्दों में पानेको भशि करना सीख गये, ये उसी प्रकार जापानमें भी प्राधा मिली। १८५४ ई० १लो माकी पैरों के माय 'कोजिको के ग्रन्थ पढ़ कर लोगों में राजभक्तिका स्रोत जापानको सन्धि हुई। इसके कुछ दिन बाद मिया वहमे लगा था । ऐतिहासिक पालोचना भी इम समय ग्लै गड़ और हनगड के माय भी मन्धि हो गई बढ़ गई थी, जिससे लोगोंने सिद्धान्त किया कि सम्राटः । और उक्त दोनों बन्दमि पनि लिए उन्हें पाशा की क्षमता पुनःस्थापित होनी चाहिए। मिल गई। १७८६ के पहले हो रूसियाने साहविरियाका उम ममय जनसाधारणमें बदतमे लोग ऐसे ये जो समय भाग पधिकार कर लिया था: पब उसने जापान-सम्राट के पक्षपाती और विदेशियों को प्रवेगाधिकार को उत्तरांशमें अवस्थित ऐजोहोप तथा और एक स्थान | देने के कारण मोगुना के विरोधी थे। अन्त में 'मागुन'मे जोत लिया । इमके सिवा रुसने और भो स्थान जय लड़ने के लिए भामादा हो गये थे। करने के लिए दूत भेजे थे। १८०८ ई० में अंग्रेजोने । मी योचमें वे मामन्तों के शामन से भो पसन्तुष्ट हो - 'क्य मित्र' नामक स्थानमें उतर कर 'नागसाको' नामक | गये थे। उन लोगान कियोनो में जा कर ममाट का पस ग्राम ला दिया था । एम प्रकारके अत्याचारों के कारण | भवनम्यन किया । १८३२ ई० में उन लोगोने मम्बाट को ही 'मोगुनो'ने विदेगियों का जापान में जाना बन्द कर तरफमे 'सोगुनों को प्राधाम किया तथा विदेगियों को 'दिया था। १८२५ ई. में जम एक दल यूरोपीय यणिक भगा देने गौर कुछ नियमोका संस्कार करमक लिए 'नागगेको' के पास पहुंचे, तो जापानके पधिकारियों ने उपदेश लिख भेजा। सौगुनाने दम निमन्त्रणको रचान उम्ई भगा देनको घोषणा कर दो। को । इधर मम्राट पथके मनोगों ने अंग्रेज श्रीर पमरिक ____ उस समय जिन आपानियों ने प्रोलम्दाजो भाषा नौ के दोत्यागार जला दिए। एमतरह विदेगियों पर प्राय: . पढ़ कर उसको मभ्यता ग्रहण की थी, ये इमफा प्रतिवाद प्रत्याचार होने लगा। अंग्रेज जब युब करने के लिए करने लगे। यूं कहने लगे-"यदि यरोपियों से अपनी तैयार हुए, तम 'मोगुनने पएममा धन देकर में • रहा हो करनी है, तो वह उनमे मिल कर ही हो शान्त कर दिया । 'मोगुन'ने ममारका मतो है।" म पर सामान सरकारने उनकी मौत मममा ति पिदेगियों का संग करम मसो मारो दारा दमन करनेकी कोगिय को, किन्तु उनके भावो का पाफत या मका, जिम ममार भी उन्हों पधर्म मा दमग मकर मको। कारण, विदेगाोया। देगमे । रोगये । १८५५२.में उन्होंने १८५८० को मधियों को .