पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२८८

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जाफरान-माफफ २५५ नीचे बैठ जाता है, वह निकट येणीका 'नोबल माफ-। ५८४० और देगा. ०१२४ तया ०१ २८पू के गन" कहलाता है। नारामका पौधा विशेष प्रकारको मध्य प्रवस्थित है। इसका सफल ४२ वर्गमीन । टाला नमोनम होता है और जमीनमी काम लिए | जाफराबाद कोहम सटस्य मनोरा नायक पधीन है। पाठ वर्ष पहलेमे विलकुल परती छोड़ दी जाती है। १०३१ में काठियावाद में मुगका ओर घटनेमे जाफरान के पौधे को गांठे जमीनमें गाढ़ी जाती है और जाफराबादो थानेदार स्वाधीन राजत्व करते थे। उनि एक बारको लगाई दुई गोठोंसे १४ वर्ष तक फल लगते । मुसलमान फोज पोर म्यानोय कोलिया माय बहुत रहते हैं। कार्तिक माममें इसके फ.स लगते हैं और डाले डान्ने । सूरन कारों यार तथा प्रमाग को बड़ा उमो समय वे यह किये जाते है। नुकसान हुपाया। अंजोरा धरान मोदी हिनासने गली गड पादि देशों में किसो ममय जाफरानको ! पाक्रमण करके उनके जहाजतोह डाने पोर इसमे डेमो बहुतायत होतो यो पोर २य रिचार्ड के राजस्व । फोलियोंको गिरफतार करके जाफराबादमे भारा जुर्माना काम्नमें यह खाघदस्य को सुगन्ध पौर म्यादिष्ट इनानके तनव किया। यानादानि जुमीमा नदे सकने पर • लिए व्ययावत होतो थो । यूरोपमें ग्ने जेन्उड निकट जाफराबाद सोटो दिनाली कार्यों पेच दिया। १२ वर्ती स्थानों में तथा कम्निम-मायरके अन्तर्गत टमको में मैं उन्होंने इगे कंगोरा नयाव को सौपा। लोकसंख्या पर भी बहुत जाफरान पैदा होता है। इसका रंग पोन्ना, प्राय: १२०८० है। इसमें एक गहर और ११ गोय देखी में सुन्दर भोर सुगन्धि भो बहुत मोटो होतो है पाबाद है । यहनिर्मापार्य प्रस्तर फाट काट कर मिशाला इमे पानोम डालनेमे एक प्रकारका तनाला पदार्य धाने | साता है । मोटा मूतो कपड़ा युना करते हैं। वार्षिक लगता है। पोषवाम मा लाफरान हा व्यवहार होता पाय माय: (२०... । बाजरा, वर पोर रममे रोगीको नींद पातो है पोर पाकस्य नोको गिराएं। गैह ज्यादा उपजता है। समल ही जातो। २ काठियायाड प्रान्त के जाफराबाद राष्पशा प्रधान - भारतमें जाफरानकी भामदमो कारमोर प्रेमिटेन नगर। यह पचा. २०५२ उ. परदेशा००१२५ और फारससे होती है। हमारे देशको नियां कमो कभो में पयित है। मोसमन्या प्रायः ५.३८ शेगो । देहमा फरान लगाती है, जिसमे देह पोली हो जातो, म बन्दरगाहमे माल वूम जाता पाता है। गुजरात राजपूत योहा भी समय समय पर जाफगनसे रंगो। सुनसान मुजफफरने या किसेबन्दी करायो पीजीग पुरा पहना करते है जिनगण चावन्न पोर नारि नयावको पोरसे एक मामलतदार प्रबन्ध करते। यही यनकी गरीके करीको नाफराममे रंग कर उनमें पुष्प | भ्य निमपासिटी भी। पौर दीपको कल्पना करते है और उसमे जिनेन्द्र भग जाफराबाद-गुलप्रदेश फरीपुर जिलेको कम्पायपुर यानकी पूजा करते हैं। कैसरिया भात पादि खाद्य | तहमोनका एक गहरा या पक्षा. २५४४ पौर पदायाम भी जाफरानका यवहार होता है। देगा• ४.५४ पृमें फतेपुरम १. मोम दूर पगड ... कुंकुम देसो।। दारोह के किनारे पर स्थित है। कुरो यहाँ जाफराम - पफगानिस्तानको एक तातारो जाति। । प्रधान पधियासो। जाफरानी (प.वि.) के मरिया, केसर रंगका। जापक-नेपानको नेवार जातिको एक माता। ये मोग साफरानीतोमा (हि.पु.) पीले रणका एका प्रकारका उपोविकार पमुमार १ मम्प्रदायों में विभा। ये उत्पाट तोया। या चांदी मोनमें मस देने के माममें | नेशर ममाजमें पति माननीय पोर पन्य ममम्त जाति पाता है। यो की प्रपंता मया वाटा । तमाम नगर जाफराबाद-२ बम्यईको काठियायार जोनिटिकन मातिमें प्राय: पाधे माफ फ.। ये बीपमतको मारने एजेन्नीका एक राज्य । या पक्षा० २०.५२ एवं २०२, पर बटुसमे सोग निन्ददेवदेवियों को भी पूरी।