पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२९०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

नामगिरी-लामन २५० माणिजपच्छा चलता है, किना निजाम राज्यके भीतर हैदराबाद जितका एक मगर। यह पघा. २५२५ होकर माल जानेगे कर लिया जाता है, यह बड़ी भारी ३.३. पोर देगा. (२३३० प में पयस्थित प्रमविधा है। इसके सिवा जामड़मे वरदा, फाजरात है। यहां के सुमनमान पधिवामियोंमें पधिकाग निजा. पौर करमाला तक और भी ३ मड़क गई है, किन्तु मानो, मेघद घा पाम्कलो मम्प्रदायभुका हिन्दुलाम उनकी प्रवस्या ठीक नहीं है। यहां हर इसमें पांच पधिमांग मोडामो। सानपुरकै मोरवंगीयो ने म हाटे लगती हैं। पायोम्ना यो खेड़ा नगर में रविवारको, नगरको धमाया है। उनके खानदानी नोग पद भी यहां खरदामें मङ्गलवारको तथा शामखड़ और उदरकिन्ही । वाम करते हैं। हैदरारादमे पनहियर-जो-सन्दो होतो नगरमें शनिवारको हाट नगती है। दूर दूरके लोग यहाँ । दुई मीरपुरपास तक जो सड़क गई, यह मगर उसी के व्यापार करने पाते हैं। यहां बकरी और भैस भादि किनारे पर पथस्थित है। 'सन्टो गद घेसुधी भाषाका बहुत मतो विकती हैं। है जिमका पर्व नगर है। ___ यहां कुछ कपड़े दुनर्ने कारखाने हैं, लिमका जामताड़ा-१ मन्याल परगनेका दक्षिण पयिम मडिवि. प्रधान स्थान खरदा है। कई जगह पीतन भोर कोमेक जन । यह प्रचा. २४ एवं २४ १. उ. पौर बरतन भी बनते हैं। हरकिन्ही नगरमें चुदीका देगा. ८६.३० तया ८७° पूर्ण प्रयस्थित है। कारखाना है। क्षेत्रफन्त ६८८ वर्गमील और सीकमच्या प्रायः १८sce ___ पहले हमके अधिकांश ग्राम पेगवाके अधिकारी थे। | है। इमर्म १०७३ गाव पामाद । २ उस मय १८१८१८ म पगमामे अगरेजोको कुछ ग्राम प्राग हुए डिविजनका एक नगर पोर रेलये गिन। पोरे जामखेड तथा पोर और पांच गांय निजामगे लिये । नामदग्न ( मं• पु. ) चतुरए यागभेद । गये। म तरह पीर भी बहुतमै गांव अहमी राज्यों में जामदग्निय (मं० पु. ) जमदग्नि मम्मन्धीय। मिलाये गये। यद उपविभाग कई यार सरमालामे | जामदग्ने य (मं• पु.) जमदग्नरपत्य', प्रत्ययपधो सदनरा. मंयुक्त पौर वियुता हुआ है। पाखिर १८३५-३६ ई. पहलमा प्रतिषेधैऽपि प्रापत्वात् टक । पररागम, भार्गव । मम्प प पृथक हो कर यह पहमदनगरके पन्तर्गत हो जामदग्न्य (मं० पु. ) जमदग्ने रपत्य पुमान् रति पत्र । गया। समदग्निझे पुव, परणराम । २ उपरोता सामवेद उपविभागमा मदर और नगर। जामदानो (फा. पु.) १ एफ प्रकारका वन-यूटेदार कदा या प्रचा. १८४३३० पीर देगा ७५°२२ पृ०, दुपा फपड़ा। माधारणत: मूली कपड़े पर की तरह पहमदनगरमे १५ मीन पग्निकोप अवस्थित है। यहां तरह के फन पीर बन चूटे फाढ कर या कपड़ा पनाया एक माइपन्थियों के मनिकान महादेवका तया दूमरा जाता है। दाका नगरमें बहुत बढ़िया क्षामदानो अटागर महादेयका मन्दिर है। ममिकान महादेव | करड़ा वममा । नवन भी यर कपमा एमता मन्दिरमें केवल निगमूर्ति पीर भग्नम्तम्भ इतस्तत: पड़े ! रिमन इम देगी। । जटाशरका मन्दिर बहुत दिनोंमे भूमिमें प्रोयिस २ कपड़े पादिरगमेको टोन या धमकी पटो। था। शनिवार को यहां पाटनमा करती हैं। बामपेड़ । पयमा या गोगेकी धनोई एक प्रकारको मन्मयो गामीण र मोन्तकी दूरी पर निजामराज्यानतर्गत ! यह छोटो होतो और यथे रम पानी परमेकी मौतरा पाम पामरधान नदी है। उसमें २१८ फुट पो रमना करते हैं। गहरा एक जममपात है, वर्षा कान में रामको प्रासनिक सामन (हिं. पु.१ दूधको नमानेका गोहामा दोगा गौमा दगंकोंके लिए प्रया है। कारखा पदार्थ । २ जामुन देतो। ५ पंजाबमे मकर मामगिरी (हि.पु. ) चन्द्रकका फलीता। (ग) | मिदिम और भूटान सर शेनयामा एक प्रकारका नाम जो मन्दी-ई प्रात पतगत सिन् प्रदेश या पान सुपारको जातिका शेता। मम्मे पर Vol. VIII. 65