पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२९२

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नामगिरी-जामन माणिज्य अष्ठा चलता है, किन्तु निनाम राज्यके भीतर | हैदराबाद जिलेका एक नगर। यह प्रधा. २५२५ से कर माल जाने से कर लिया जाता है, यह बड़ी भारी ३." उ. थोर देशा• ६२४३० प म पस्मित प्रमुविधा है। इसके मिवा जामग्वेदसे परदा, काजरात है। यहांक मुमनमान पभियारियाँम पधिकाग मिजा पोर कामाला तक और भी ३ मद में गई ६; किन्तु मानो, मैयद या वारक नो मम्प्रदायभु । हिन्दुपाम उनकी अवस्था ठीक नहीं है। यहां हर हफ्त में पांच । अधिकांश मोहामो है। सालपुरके मोरपंगायोगे इम पटं लगती हैं । आयोला भी। खेड़ा नगर में रविवारको, नगरको धमाया है। उनके मानदानी मोग पय भी यहां परदा में मनलवारको तथा जामखेड और डारकिन्ही यास करते हैं। हैदराबादमे पलहियर-जी सन्दी होतो नगरमें शनिवार को शाट लगती है । दूर दूर लोग यहाँ । हुई मीरपुरखाम तक जो सदा गर, यह मगर मीछे ग्यापार करने पाते हैं। यहाँ बकरी पोर भैस आदि । किनारे पर अवस्थित है। 'सन्टों गद धेलुछो भापाका वत सम्तो विकती हैं। है जिसका पर्य नगर है। ___ यहां कुछ कपड़े उनके कारखाने है, जिमका जामताड़ा-१ मन्यान परगनेका दलित पथिम मतिथि- प्रधान स्यान खरदा है। कई जगह पीतल पीर कमिझे जन! यह पक्षा० २३४८ एवं २४ १.० पोर बरतन भी बगते हैं। गरकिन्ही नगरमें चूड़ीका देगा. ८६.३० तथा ८७ १८ पूरी पयस्थित है। कारखाना है। क्षेत्रफल १८८ वर्गमील पोर लोकसंख्या प्राय: १८७८e ____पहले एसके अधिकांग ग्राम पैगवार्क पधिकारने घे है। इनमें १०७३ गाय पायाद। २ उस मन १८१८-१८ में पेगवामे अगरेजीको कुछ ग्राम माम हुए डिविजनका एक नगर घोर रेलवे स्टेशन। पोरे जामखेड़ तया और पोर पांच गांव निजाममे लिये जामदग्न ( मं• पु. ) चरम यागभेद । गये। इस तरह और भी बहुत मे गांव अहारेगी राय | जामदग्निय ( मं० पु. ) जमदग्गि मम्बन्धीय। मिलाये गये। यह उपविभाग कई यार दरमानाम जामदग्नेय (मं• पु.) अमदग्ने रपत्य', प्रत्ययवधी तदना मंयुक्त और वियुता दुपा है। भाबिर १८३५-३६ में ग्रहणमा प्रतिपेधेऽपि भावात् टप । पररागम, भागय । सम्म ण पृथक् हो कर यह महमदनगाके पनागत हो जामदग्न्य (म० पु. ) जमदग्न रपत्य पुमान् इति पत्र । गया। जमदग्निके पुत्र, परशराम। ___२ उपरोत शामपेट उपविभागका सदर और नगर। | जामदानो (फा. पु.) १ एक प्रकारका यम-पूटेदार पढ़ा यह पचा० १ ४३७० पोर देगा० ७५°२२ पू०, हुपा कपड़ा। भाधार पस: एती कपड़े पर ही माह पश्मदनगरमे ४५ मौन पग्नि कोणामे प्रवयित है। यह सरहके फन और वेल-बूटे काढ़ कर यर कपड़ा पनाया एक माइपन्थियों के मालिकार्जुन महादेयका तथा दूभरा जाता है। ढाका नगरमें बहुत बढ़िया नामदानो इटागहर महादेवका मन्दिर है। ममिकान महादेयके, करड़ा वहा । सतनकम भी यह कपड़ा दनमा मन्दिरमें केयल लिगमूर्ति और भग्नम्तम्भ इतस्तत: पड़े। । विग इन देशो। है। जटागहरका मन्दिर बहुत दिनभि भूमिम प्रोधित २ कपड़े पादि रतुनेको टोम या धमकी पेटो। था। शनिवार को यहां घाट मगा करती हैं। आमखेड़ पर या गोयेकी यनो एक शारकी मन्कयो रंगागी । मौसकी दूरी पर निझामराज्यातर्गत | यह तोटो होती पोर पर पपनी ममेकी मोतरा यामी पाम धाम मदी। उममें २१८ पुरा पो का करने हैं। गहरा एक जनमपात , यो कानमें यहांको प्राकृतिक सामन (Eि. पु.१ दुधको जमानेका घोटामा सीता गोभा दसक लिए दरया है। | पहा । २ असुन देगामे मे पर गामगिरी (हिं. पु.) बन्दुकका फनीता। (मग.) | मिदिम चीर भूटान तक रोनेमामा एक पक्ष पर। माम लोसन्दो-चम्पई पासा पसगत सिन्धु प्रदेगरे । या पान उपारको जातिका सोता। मम्मे पर Vol. VIII. 65 .