पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२०५ 'मालिया-जालौन पतिका पद दिया था। १०३८ ६०में इनका जन्म हुपा नामोनेट (रि.पु.) एक प्रकारका कपड़ा। रमको था। इनके चाचा हिग्मानिइने इन्हें दसक ग्रहप मारी बुनायटमें बहुतमे छोटे छोटे बेट होते हैं। • किया था। फिर ये कोटा राज्य के फोजदार नियुब मालवमनगढ़-सम्बर प्रदेगले पनागत मतारा जिले का दुए। किन्तु भटवाड़े के रणनेवमें इनको योरता देख, एक पहाड़। यह मयादिको एक गापा पोर कराह के कर कोटा राजा गुमानमिएको खटका हुपा। उन्होंने निकट कोयना पोर मया के मामस्थानमें ४ मोस उत्सर अपने राज्यसे इन्हें निकाल दिया। पनन्ता ये उदयपुर परिममे पारम्भ हो का १२ मोम विम्त है। चले गये। उदयपुर के राणा पहलीने रन्हें "राजणा' | जालेगा-जालाई देशो। उपाधिमे विमूपित किया । इसके बाद फिर ये | जालोर-राजपूताने पन्तर्गम जोधपुर यामाधार राज्यशा • कोटा पहुंचे थे और गुमानसिंहको पुग र पक प्रधान मगर । यह पचा• २५२१४. पोर देगा. लिया था। ७२०३० पू में जोधपुरमे ७५ मीन दक्षिणा तथा माइयार मालिया (हि. वि.) १ जालमाल, फरेव वा धोखा मरभूमिके दक्षिण प्रान्तम पवस्थित है। यहाँका जनसंख्या देनेवाला। (पु.)२ जालसे मछली पकड़नेवाना। प्रायः ७४४३ है। परमारग किमी रामाने यारहयों धीवर देलो। गताप्दों में यह नगर स्थापन किया। बाद घोहानराय आनिया प्रमराजो-वम्बई प्रदेश के अन्तर्गत काठियावाड़। कोतिपालने मे अपनी राजधानो यमाई। इसके बाद के उन्दसर्याय जिले का एक छोटा राज्य । यह पलितानामे | १२१० में गमसउदोन पन्ततमसने दम पर अपना प्रायः ८ मोल दक्षिण-पथिममै पयस्थित है। इस राज्यमें ) अधिकार जमाया, किन्तु थोड़े ममय के बादों या फिर केवल एक प्राम लगता है। यहां के सामन्तराज सर्षीय घोडान रामाले बाघ लग गया। प्रायः १० वर्ष के बाद राजपूतवंगरी उत्पम है। पनाउद्दीनने इस नगरको कानादेव चौहानसे भीमा पोर आलियादयामो-बम्पई प्रदेश पन्तर्गत काठियावाड़के यहां तीन सुन्दर मस्जिदें यमाई । १५४. याका हासार जिलेका एक छोटा राज्य । इसमें १. गांव दुर्ग पौर जिमा जोधपुर के राजा मानदेयके अधिकार लगी है। पा गया। मगहरका प्रायोग माम जानन्धर देगा। जातिया मनाजी-यम्बई प्रदेशके प्रार्गत काठियावाहके | यहाँक ठठेर कामे के बरसन एमाले जिनमें पपई छन्दमय जिलेका एक छोटा राज्य। रसके पसर्गत फस कटे रहते है। जालोरका दुग बहुत पापोनशान. कैवत एक गांव। में प्रमिश पौर यह नगरके निकट प्राय: १२० फुट बासी (स• स्यो. ) जानमभ्यम्या: गोरादित्वात्। स स्थान पर घमा । रमझी समाई.0 फुट डोप। ।व्योत्स्नो, मफेद फमको तरोई । २ पटोल, पोर चोड़ाई ४०० फुट है। किसमें दो सामाय भों पोदे परवाना खासी (हि.स.) १ बहुममे दोटे छोटे वेदोका ममूट जामोरि--पनाम पास कामा निमेशा एक पर्वत । भो लकड़ी. पत्थर या धातुको पादिमें कमा रहता या धिमासय पहाइकी एक माला । पारसपर २ कमोदेला एक प्रकारका काम । मम किमी फूम या सेहर दोराहेंगर प्रिनमे एक... फूट अर पसो या पादिक धोध यस छोटे छोटे छेद यमाये नात! जामोर घाटोमे मिमग त पोर मरो १०८. पुर र है।३ पास छोटे छोटे दिवाला एक प्रकारका कपड़ा। रामपुरको पोर गई। ४ को पाम भोसर गुठन्तो जपरक रेगे।इम मासोन- युवादिधका एश जिसा। पापा .२४ होने के बाद पाम फन पाने नगर्ने । ४ प २२०३० पोर देगा नया जातो (प.पि.) समायटो, कमो, महा। . ५१ पूर्म पस्थित है। कम १४८० वर्ग मोम ।। जानादार (E. (..) निमम बासी पनाही. इतर सपा उतर-पूर्व र यमुना नदी दरियम