पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३१९

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२८४ जावा (अवशोम) यनापर्यत परिगोभित जिममें विविध जातिका सिमानाने मागयो प्रभाव नाने याम थापौर समानामे वा माया केसापा' . भोरमी पोक-ऐतिहामिक 'पारियन' में लगा कर पामिक / कहा है कि "समावा हिन्दू एपनियn मामी पुरातविद पर्यन्त सभी कहते हैं, कि हिन्दुपाने कमी भो) पूर्व उपनगे पाया। हेग, उडिया पोर मानि. भारतके वाहर उपनिवेग स्थापन करनेको कोगिग नहीं। पत्रामने आया पोर कवाडिया अपमियान्यापन की। किम पर समका कितमा बड़ा भम है, यह बात में प्रधान पंग अप किया था।" . भावाके हिन्दु उपनिवेश स्थापनक इतिहाममे मालूम होतो, हिन्दु पामे कनिमे एम कर जान पनि ६।०५१ म कनिमे वोरपुरुषों के एक समूमने जहाज स्थापन करने में प्राय: ५.० वर्ष बाद पुन: उस पर पर चढ़ कर मारत महामागरमे यावा की थी और सम्म सत्य किया था। ईमाको ईठी पोर वी ma लावा उतर कर इन्होंने पनिधेग स्थापित किया था। गुजरासके हिन्दपोका मा पर माया परचा पोर योड़े ही दिनों में उनके प्रयवमे जायाम यई बड़े नगर उसे हिन्द, राजत्व का परिपत कर दिया। पौर पहालिकाको प्रतिष्ठा हो गई। उन्होंने भारतके आयाके रति हाम निषा है कि गुर माय मो वाणिजासम्बन्ध स्थापित किया या, यह मत रात राना कुछमपित या वासा पुत्र विजय दिनो मक चलता रहा। इस विषय में सुप्रमिह ऐतिहामि मेपलचसमे जायाम वामस्या स्थापित किया था। मि० एमफिनटोमन ऐमा लिखा -"भावा रतिहास में रम रसिधाममें यह भी लिखा कि गुजरात AHI पष्टरूपसे वर्णित है कि कनिङ्गमे चल कर यदुतमे लोग, कुसुमपिय पशुम पधान दगम पुरुष। एक जाया उतरे पर यहां के लोगो को सुगम्य यनाया था। दिम मासमपा कि उनका राजा माना। घे शिम दिन यहाँ पाये थे, उसे चिरमरणीय बनाने के | इसलिए उन्होंने अपने पुत्र भ यको एप.jan ' लिए एक युगका प्रयतम मर गये हैं। यह युग ७५ ६.गे स्थापन के लिए लावा भेजा। इनके साथ पांच हजार प्रारम्भ " फाहियान नारा लिवित विवरण के | पनुधर गये थे, शिममें लपक लियो यो चिकिया पदनमे ही इमको मस्यता मानम हो मकतो है। लेखक प्रादि भी गामिम । रन माघ । १२. में फोडने झापाका इतिहास मानिस और एक पोबाटे जहाज से पारमाम जसपथमे भार किया था, उसमें मा हिन्दुपौका कति मे पामा मिला करने के याद वे एक दोयम पर। पानी । फागन माहवने सिपा-'पमरावतीमें सो होने लावा ममझा, शिन्त पौद नायिकों को पानी विराट् भावगेप पड़ा है, उमौमे जाता है कि भूत मास म पड़ गई पोर यामि पर दिये । पोथी सण्या पोर गोटायरो मुनिगे इतर पोर उत्तरपपिम ममयम पे जावा 'मातारेम' नामश पान पर । भारत घोषोंने गुपोर कम्बोडिया होनए आयाम राजपुवने वहां 'मताहार समाम माम मार जाकर उपनिवेश स्थापन किया था। १५ स्यामि किया। बाद होम विमाको चोर भो । यामारनियरने सिला कियाोपमागरमें ममतम पादमो मेज के लिए विभा । म धारदार सीपक माय ऐसा भ्यानमामि जहाज बहान. पारा- पादमीभावार,निमम पानी प. पपरयो । काम, गु, माम, सुमाता, कोषोनपोम, पपिमरमुन्न, मगराम । इमार गुनास पोर मापदमाम । 'मापौर महागाकार पर मिसामगो लामाका याग्दिना मम चापिमा 'मातnke । पदम भी मनाया जाय मिका मम्यम मानम का दरदेशि महानाम भी गया और राजधानी 'होममा रो। डा. रामगोपाम भण्डार माना प्रकार मन्दिाम गामनियो.. नि: -" मिपियो पदममे माम मा rintinatirer, P . . 1-imstar .nlm...... 1. 15 saatshalleJamLI... ' - -