२६८ नावा ( यवहोप) पिधादि भी पपूर्ण निपुणताई माथ खोदे गये है।। पौर देवदशा या बजा रहे हैं। कपिणारे पास एक किमो जगह भयर युहका चित्र है, तो किसी जगह मूर्ति है, जिसका उत्तमा मनुष्य सम पोर निवा घामदका उमाम दिग्मनाया गया है। कहीं मैकड़ों पचोको मासिका है। मपके घरोर पर मत जिला प्रकारके युहान (महाभारतमें वर्णित) है, तो कही लिपि खुदो हुई है। कहीं मोतायतार मोर कुमार भूमि पर मानो दृश्य काश्यका पभिनय हो रहा है। नारको दृश्यावती है. तो कही संदर रागिएक. इम मिवा मकड़ी याययस्य भो पदित हैं, जिनमें मुग्ज, जिममें चन्द्र पौर सूर्य प्रतोय मिपुपलाके माय परित . मुमो, रयाय पोर घोणा उनके नाम तो ममझ पाते। है। एक जगह विश्वकर्माको कर्म गाता बनी है, भिम है पोरीके नाम पात है। ऐमे याद्ययन्त्र मोसे भो | नाना प्रकार यन्न चोर पप्तगत बन रहे हैं। अधि: इंगि कम नहीं। इम स्थानमें एक माणिक्यको यहाँसे कुछ दूरी पर एक ४० हाघ मचा रकाम्य शिव मूर्ति है। है। ये परवर्ती काल बने . एक गफस १२॥ ___८ राकूको मन्दिरमाना--यहां भी बड़े बड़े मन्दिर सुदा तुपा है। विदामान है। किमी जगह मिमर पिरामिड पोर भोये इसके अतिरिक्त घेरयम पीर प्रशारण पर्यत पतना . निक या स्मृतिम्तम्भको भांतिके मैकड़ी प्रस्तरनिनित प्रवतत्व है कि उसया यदि सिर्फ नामोक्षण भी किया प्रामाद है। एक पालिकाको छत १५० फुट लम्बी, जाय तो एक अन्य वग जाय। एक मन्दिरमे १२ एर्य. १३० फुट चौड़ो पीर ८० फुट सचो है। हारों के ऊपर रयों पर हादश भाटित्य विद्यमान हैं। मिह ाक्षति धिष्ठित है। कहीं स्फिंकम (Sphynx) ___यान्युबड़ी नामक स्थानमें रिन्द्र कोतिका विराट वा विराट, नरमुगड है। किमी जगह एक गक्षम मुर निदर्शन देखनमें पाता है। प्रभगदी मन्दिरमासा पौर फाड़ वार समुप्पको नौल रहा है। किसी जगह एक | विराटफाय देवमूर्तियों को देख कर पायायाया रोगा भीषणफाय गाहपचो मर्प भक्षण कर रहा है। ये प्रति पड़ता है। मूर्तियां मिमरोय पुराणों के पाधार पर खोदित है। मक्षित राज्य के ध्वगचित्र में भी प्रसकोनि को रातमक यगनमें एक कुत्ता है, जिसे देख कर टाइफन, / अपूर्व सा दिखलाई देती है। एक सप्राय पुकारियो। यानुविम् पोर मामिन के उज्यल चिवको याट पाती के चिमे हम हिन्दू-मामान्य प्रतीत गोरयका पनु. ६ निधर देखो। इसके मिया श्येनपसी, कबूतर, सधपत्र | मान कर सकते है । एक ईटकी धनी पो दीपिका पत्यादिक विस्मिताक्षर प्रादि अनेक गूदतत्त्वों का निर्देश भव भी विद्यमान है। दुध टया-प्राचीर पर भी उमे कर रहे रस चियावन्नो पाम एक जगह य्या और गान किए हुए है। इमको नग्माई १२.. फुट, घोड़ाई गाय पुदी हुई है, उनके बाद एक दल पवारोही है। ३.. फुट पोर पंचाई १२ फुट है। हम ममय उसका फिर कुछ हाथियों को प्रतिमूर्ति या है। पभ्यन्तर गणनामल धान्य व धन गया। पथ भी ये पिरामिड मोपानमानापो में गोभित है। उच मनपतिका बसायगेय गोढ़नगरसे १५ गुना म्यान प्रटेगमे एक पापर्यजनक अनोत्तोसनयम्य है, जिसके अधिकार किये हुए पूर्व गोरखको गायी दे रहा!.. दो नन भोपण मयंको पालसिके । पिरामिडके भीतर यहादरी अधिकांश देय मूर्ति या समसमाहारा विधात . मको या मरी, मका निर्णय प्रभो तक नहीं हो गई। मि.ए स हाई (Mr. Engel Hard) .. रपागिमिनोचे दो देव मन्दिर है । म पाम उम ममय ममराष्ट्र के सामनता थे। उन्ही कुछ मूर्तिय एक जनधारा पोर.यह पेमे दगमे बनाई गई है कि मजपरित ध्यभायगेषमे मंग्रह को घी, मिनी या धमा पानो कभी सूत्रमा नहीं-उममे मईदा पानो दुर्गा पोर गर्गग मूर्ति की मेमोग्य है। सिमा ता है । एक जग पशुम गापडीय लिए पए महे पन या यहा नगरगे धातुमयो प्रतिमूर्तिक सचिन याद कर रुपेटम भीपच गुर कर रहे एडीत दुई। राम माय एफमो पाहमयों