पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३६२

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जिमनास्टिक-निरिया ३२१ किन सफलता न दुई। १०७४-१०८२ ई में नव अमे। जातो है। ज नियो' के बड़े बड़े मकान हैं। इसके रिकाके उपनिवेशोंने इंग्लगहोंसे विद्रोह कर स्वाधीनता | सामने नदीके ठम पार पाजीमगंजमें ईट इण्डियन को घोषणा की, तब मोका पा कर स्पेनने पुन: निना- रेलवेका टेशन है। लटर अधिकार करनेको कोशिथ को। स्पेनने करीव जियादतो (फा० लो० ) ज्यादती देखा। चार वर्ष तक जिनालटरमें भीषण अवरोध जारी रखा जियादा ( फा० वि० ) ज्यादा देखो। जिससे जिब्रालटरको धाधिवासियों के नाकोदम पा गई। जियाधनम्वरो-प्रामामके दरग जिलेको एक नदो। यह प्राविर १७८३६ के ३१ मार्चको अवरोधका अन्त हुया। ब्रह्मपुत्र नदोको उपनदी है। बारहो महीने इसमें नाय सबमे अब तक जिवालटर ब्रिटिश गवर्नमेण्टके पधिकार | आ जा सकती है। में हो है। अंग्रेजों ने यहांको उवतिके लिए हर तरह- [ जियान (अ.पु.) क्षति, नुकमान, घाटा। . मे कोशिश की है पौर कर रहे हैं। | जियापोता (हि.पु. ) पुत्रजीव तच, पतजियका पेड़। जिमनासिक (अं० पु.) एक प्रकारको कसरत, बङ्गारेजो ज़ियाफत (प्र. स्त्रो०) १ पातिथ्य, मेहमानदारो।२ भोज, कसरत। दावता जिमाना (हिं. कि० ) भोजन कराना, खाना खिलाना।। ज़ियारत ( प्र० स्त्रो०)। दर्शन । २ तोर्थदर्शन । जिमींदार (दि. पु०) जमींदार देखो। ज़ियारतगाह (फा० पु.) १ तीर्थ, पवित्रस्थान । २ दर. जिम्भ ( म० की०) जीमका फलना। वार, दरगाह । ३ दर्शकको भोड़। जिम्भमोहन (म.पु.) भेक, मेंढक, देंग। | लिवारतो ( फा० वि•)१ दर्शक । २ तीर्थ यात्रो। जगभगस्य (ग. पु. ) खदिर, खैर, कत्या। जिरगा ( फा० पु.) १ समूह, मुड । २ मण्डलो, जत्था । ज़िम्भा (म. स्त्री. ) भिका, कमाई। जिरग१ प्रामामके खासो पर्वतका एक छोटा राज्य । सिमा : प. पु.) १ उत्तरदायित्वपूर्ण प्रतिधा, जवाब- | जनमत्या प्राय: ०२३ है। यहां चापल, लाल मिर्च, देहो। २ सरचा सुपुर्दगो, देख रेप। रवर, काली मिर्च, कपास धादि उपजते हैं। जिम्मादार ( प. पु. ) जिम्मावार देखो। २ वम्बई प्रदेशके अन्तर्गत गुजरातके रेयाकोठा जिम्मादारो (५० स्त्री०) जिम्मावारी देखो। जिलेके मध्यवर्सी एक छोटा राज्य। यहाँ पधिकारी जिम्मावार (फा पु०) उत्तरदाता, जवाबदेह । मखेरा मेहवा हैं। जिम्मावारी ( फा० पु.)२ उत्तरदायित्व, जपावदेहो। जिरतगढ़- नारगढ़का प्राचीन नाम । २ सरचा, सुपुर्दगी। | जिरतकामसीलो-वंबई के रेवाकांठा जिलेको एक छोटो जिम्मेदार ( फा० पु०) जिम्मावार देखो। रियामत। जिम्मेदारो (फा० पु. ) निम्मावारी देखो। जिरा (हि. पु.) १ हुनत, सुसुर। २ बातो को जिम्मेवार (फा• पु०) जिम्मावार देखो। सत्यताको जांच करने को पूछ ताछ। ४ यह सतलो जिम्मेवारी (फा० पु.)जिम्मावारी देखो। जो वैमरमें कपर नीचे षयके गांछने के लिए लगी रहती जिम्म-मयोध्या प्रदेशमें प्रवाहित रामो नदीको एक है। . मामाका नाम । तिरत ( फास्त्री .) वर्म, कवच, बकसर। जियागन-बङ्गालके मुजिंदाबाद जिले में लालबाग मव-जिरही (दि. वि.) कवचधारी। डिविजनका एक गाय । यह पक्षा. २४ १५ उ. और निरापत (प. स्त्री०) आषिकम, खेतो। देथा. पूमे भागीरथीके वाम तट पर भवस्थित | जिराफा-जुराफा देखो। है। लोकमस्या प्रायः ८०३४ है। यहां रफतनीके | सिरिया (F• पु०) जीरको तरह पतला पऔर तम्बा सिये चावल, पाट, रेशम, गारपोर कुछ रूई इकट्ठी को एक प्रकारका धान। Tol. VIII.1