पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३६८

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बिह-निक ३२० है। किन्तु यक्ष मिरित है कि हरिब पर्वत पर प्रकट हो / २ कुटिल, कपटी, चालबाज़। ३ कृटिन गतिवाला, ..कर उनों ने अपने नामको व्याख्या कोबी। टेढ़ी चाल चलनेवाशा। (पु.) ४ पर्प, माप । . धर्माकी उत्पत्तिके विषयको पालोपना फरममे | मिप्रगति (सं• पु.) गम-तिन्। १ सपं, मां । नि मालूम होता है कि पहले प्रकृतिको किसो विशेष शक्ति, कुटित गच्छति। २ वन गमन, टेढी चास। को देवताका रूप दे दिया जाता है और फिर वीतिगामी (सं० वि० ) जिन गनुशौस्तमस्य गम-पिमि । देवता खतम्मभावमे लोकसमाजम पूजित होते है । १ वक्रगामो, टेढ़ा चलनेवाला । २ कुटिम्ल, कपटो। जिहोबाके विषय में भी ऐसा ही हुधा था। पहले ये मन्दगामी, सन्त, धीमा। दानशील मग्निके अधिष्ठाता देवता थे। कोई इन्हें | जिज्ञाता (सं०सी०) जिनस्य भारः भाने सन स्त्रियां , उज्ज्वल नील पाकापक रूपमें और कोई झाटिका टाप । १ कुटिलता, कपट, चालबाजो। २ मप, देवतारूपी देखा करते थे । पोल्ड टेष्टामेण्टमें बहुत जगह | माप । ३ वकाता. टेढ़ापम । ४ मन्दता, एमके नामके साथ झटिका और अग्निका सयोग किया | धीमापन । गया है। उसमें यह भी लिखा है कि वष्य उनका वाक्य | मिनबार ( म०वि०) १ अधम्सात् यतमान, नोचेको स्वरूप है, विद्युत् वायस्वरूप है और इन्द्रधनु धनुप है। मोर रखा हुमा । २ जिसके एक पोर सगस या छेद हो । सिनाई पर्वत पर मगवान्ने नव दर्शन दिये थे, तब भीषण ३ नितिहार, छिपा हुमा दरवाजा । झटिका हुई थो। जिहोबा जिस देवदूत पर पारोहण जिनमेशन (सं० पु० स्त्री०) जिम मन्दं महति मि । करते हैं, यह सम्भवतः मेघ और झाटिकाको कोई मूर्ति भक, मेंढ़क । -मान् शक्ति होगी। इजेकालने जिहोघाके वाइमका | जिह्यमोहन (सं० पु.) जिहां कुटिस मुनि मुल्य । जेमा वर्णन किया है, उससे मालूम होता है कि वह नन्दिमहीति । पा । पथथा, मिनस्य कुटिल स्य पसते ममय बज सा शब्द किया करता है। सर्पस्य मोहनवित्तमोहनः। भेक, मण्डक, मैदया। परन्तु जिहीया इमार इन्द्रदेवकी भांति प्रकृतिको | निशल्य (सं० पु. ) जिन्नं कुटिलं गल्य' यमात. बहुव्रो. किसी गतिविशेषके देवता होने पर भो, वे अति प्राचीन | खदिरहव, खैर, कत्या । कालसे सर्वश्रेष्ठ देवता ममझे जाते हैं। जिहोबा जियो (सं० वि० जिन व शेती-किप। कुटिल यादियोंके जातीय देवता है, जो उन्हें विपत्ति विशेषतः । गायित. टेढा पड़ा हुमा । युबके समय सहायता देते हैं। मिमाथी (सं० विविध मन्दं पनाति पामिनि । यइदियोम मिहोबाको पूजा करते हुए एक्सरवाद| मन्दभोली, धोरे धीरे खामेवाला। का प्रचार किया था। उन लोगान यार बार कहा| निप्रित (सं० वि०) जिला इमाच । १ पूर्णित, पूमा पा, कि 'Jabweb our God, Jahweh is onc") फिरा हुआ। २ चकीत, कित, विस्मित । (D.6%) पाचात्य जगतमें यह एकवरवाद हो यह निधीकर (मं० मि०) वक्राकर, ठेढ़ा करनेवाला । दिनोंका प्रधान दान है। | जियोक्तत (सं० वि०) वक्रोक्षस, मुकाया पुा. टेढ़ा किया निम (म० मि.) महाति हा-मन्, सन्वदालोपय मा। १ कुटिश, कपटो। २ वर, टेढ़ा । ३ अधर्म ! ४ अप्रसन, जि (स• प्रो.) अयने पाहयतेऽनेन, वासकात् विन। ५ दुट, कर प्रतिवाला। द मन्द । (को॰) । शहिलादौरति माधुः। विधा जोम | • " तगरपुष्प, तगरका फल। (पुस्ती ) निता, जिम ( पु.) एक प्रकारका भविधान । इममें नोभा , नीभमें कांटे पड़ जाते हैं। या रोग सिर्फ पोमा दिन विद्यग (म. वि.) निम्न कुटिल मन्दं या गच्छति, शिवं तक रहता है। इसमें ग्लास, कास मादि भी नाते गम । जातित्वात् हो । १ मन्दगति धीमा हैं। रोगी प्रायः गंगे या बहरे से साया करते ।