पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३७१

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३३. शिक्षा र दाग धातोय पर गरीर मोमोको माफ पोर | मगो। पापिर वह सोम गोषम अपि ममा हलिगको नोड़ सकते हैं। स्तन्यपायो जोधों के मिया बड़ी हो गई। माधारण: मिष्यनिषित कारण पग माग्रियों को भिधा स्यादिन्द्रिय नहीं है। छाले हुमा करने । १ एक पुराने दार गाय म्न जातीय प्राणियोंनि एक प्रकारका सुद्र स्थम किसी पसमान स्थानको उत्तेजना होने पर २ गम कर लिगकी जिना एक पतले, लम् पौर पर कोने पर, ५ पायलको विशाला होने पर । पहन गम्त धमहेमे बनी ६ इमका पूर्व यर्को पग्रभाग नलको दगाम हात लावाड़ देनमे. दूमी दगा मारमापारिमा मामिला है। चमड़े के ऊपर छोटे छोटे दांतों को | माय पोटोमियाम् पायोडाs (Torside of Potanitra) सर उभार गर्ने यात है, जो भिन्न भिव ये पीक | गिना कर मेयन करने तथा तीमी पयग्या मिमि . ही मिव भिव प्रकार के होते हैं। परिमाए पोर नियमित समयमै पाहार करनेमे गया . जिन्दाकदारा स्मादयण, पर्यण, भस्यद्धय माय मोसे ममय मुस्थिर रहने ने उक्त रोगकी यसपा पुरधारा मामा-मियण गमाध:कम्प पीर वाक्यकयन पाटि मिन मकता है। मारमापारिला काय माय मुमबर कार्य कोते हैं। मनुण पोर यानरों के मिया अन्यान्य काय मिना कर दिन ३ यार मेगन करमे तयागमको मागी गोममे ट्यादि धारण करते. यू फसे और माम रत्तो हायमयामम (Hyoseyamus). मेनमे फायदा या करते है। म्यम्न के सम्बक जीममे महादशको पहुंचता है। जोम कहो पाया याररको को पर घृणा यारते है। छाले पड़ते हैं। लोगोको यह विमाम या कि. टूटे हुए जोममें पटाद नामका एक रोग उत्पन हो मकता दातको उत्तेजनामे पोर मयना धमकान किये पार्नमें

मगेगके कोने पर नीम फम्न जानो। जोममे दम रोगकी हानि होतो परत पर विक म अली .

किमी द्रव्यमा छाना अत्यन्त पम मान्न म श्रीना धात है। उस प्रकारको प्रक्रिया द्वारा विद्वामिन ९ तथा यास करते और कुछ बाते ममय बड़ा कट म्यान पाय पाहो म म्यामका मिग किया सोला। पर किसी रोग विना हुए यह रोग पठान मकता ।।१८४७ में २५ वर्षको उममें अध्यापक नहीं होता। मिहाप्रदा रोग होने पर नार यदुत गैड शाहम ( Prof. Rent of Sr. Andrens) तस निपनमा । योईग्पनिमे तथा प्रत्यन्त भिषक और रोगमे पाका ए ये । १८८१ जुमाई माम धमकी फुली परनेको पोपध गेवन करनेमे यह रोग दय जीभ फल कर ५ मिलिग एक मि के ममान हो नाता जोभको घिरया का रमा-मोठण करानमे भी) गई। पत पंग काट देनेमे प्रध्यापकतो पाराम) कभी कभी फायदा होता है। कभी कभी प्रदाएका गया, पान्तु एक महीने के भीतर फिर हम रोगमे पErit की उपसर्ग' ग रहने पर भी जीम यदुन व्यादा फम्न ही कर ये कामायन कयनित हुए। मरोगों जामीनी फममी है कि जिममे ग्रामीध होने प्रारम्भ हो यति समयानको पूरो हरर काट दिया को भोगभावना रहती है। कभी कभी जिद्या प्रदा ाय, तो उपगममी पांगा को मा मस्ती ।। गेग पूरी तरह पारोग्य म होने पर उममे मिधा-पिहि शिरोग देखा गेगको वापत्ति सोतो है, परन्तु क्याटासर या रोग। गागेरम्यान निको नोम भागों में विमा शिक्षा पोको नाकाल मोता है। किमी किमोको प्रथम | गया है-1.) मूनदेग, (२) मध्यपग- (). २१ पर्व भीतर रम रोगको किसी प्रकारको मुचना पस्यपदा मुपविया पदा पसभागको पता न माम म पड़तो। एक प्रमिा विदान्ने एक गिरा स । यह मुखमध्यम्य किमो भी स्मागर्म हो . विषयमें कहा मानो तो एक यी ओम मी।। मूनदिन पो पस्या मध्यान मुरमेहर निकली घी. एम पद को नम को मध्यप्रदेश कहा पंग मोटा और लोड होम बदने मगी प्रोम भो उसमोसेवाहर मटने । मुमयिमर मौतर पोहे पंगको मतदेय करने