पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३९

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अम्बोरक-जम्बुध्वन मनोरे रमका गुण घोजपूर या विजौरा मोघ के एक छोटे कपमे मर्षदा पर पप अस निरमा का गमान है। वीरर या मिना देगे । जरा. चेवर पौर। मन्दिरका घत्वर क एके पामोमे एक पुट मीषा।।. अशापामफ पन्यान्य स्वरमें रमका रम गान्तिकर होता सुतरा उमके भीतर एमगा एक पुट पानो मरा, HAN - उनमी, पदर, जरायु. हम इत्यादि पाम्यन्तरिक है। पपने पाप इमेगा पानी निकमता देशका . यन्यगे रहनाय होने पर हम मीयफा प्ययभार किया को विनाम है कि यह महादेव मनमूर्तिम प्रयामि । मा मयता। एए । देवालयको बगलमें पक पुरातन जन्माप है। जम्योग नीबू के गुण-पत, मधुररम, यातनागक, पप्या | योरगमाहारमाके मतानुमार महादेवने छमी भामुनी पाचन, मधिकर, पित्त, वन पोर पम्नियईक । (राजनि.) मोचे बकाल मपस्या की थी। पशा एका मोपमधुर, कफरोग, रस पोर पितदोपनागक, मि. फर्गुसन कहते हैं कि १५... पार वर्णवीर्य, कधिकारा पुटिकर पोर हामियर होता है। जम्बुगरका यसमान मन्दिर निर्मित पाकिमा यt । रानाम) उकोण गितानिपिन निगरहि१४.गाहो देवास.. जापौरक (म.पू.) जाऔर लायें कन। जंघोरो नीयू ।। के व्ययनियर्याहार्य भूमि दी गयी। इममे पनुमान होता जामोरिकी ( मं. मी.) जम्योरमेद, एक प्रकारका है कि या मन्दिर उसमे भी पहले घना होगा। परना. बोरी मोव। रामामुजको जोवनी पोर महाद्रिषण्ड प्रगति परे । बाबु (म. मो.) अमु भरणे निपातनात् फु बाटुनकार ममझ पड़ता है कि यह हममे भी इस मापीम। अस्यः। पभेद, जामुम । जान देग।। २ सुमेरु पर्यतमे | इम मन्दिरम पार उप प्राकार दिलीय प्राकारले निकली र एक महाका माम. जाम मदी।। १५ फुट ज'चा एक गोपुर पोर कर एक मप। नमूना देगा। तोमर प्राकारमें दो प्रगदार मगे। इनमें एक ३.अनुहा फन, जामुमका फन । ४ जम्बद्रीय। । और दूमरा १०० फुट अंगा गोपुर। फिर मो माहप में एक पुफरिणो पोर भारिकमका एक था। जम्धक (म. पु. ) अम, मन कु निपातनात् युफ् घराणं माकर प्रपिता सरत् । यादेची २४॥ स्वाध-कन् । १ जामुनसमेट, बड़ा भामुन, फरेंदा । २ पोर प्रायमर फुट पड़ता है। गर्म मस: मण्डप बना पात्रक्षन हमार याममा रातभो मोमो योनाक, मोनापाठा । ३ सुवर्णसको, बड़ा। ४ पड़तीम माम माम्तीम विमार पनुगामय भूगान, गीदड़। ५ वगण । वरुपात, वनका पद। मिपि गोदिन है। पहले मन्दिर के गर्षको यमभूमापति, ७ फन्ट का पनुपरभेद, सदका एक पहर ।८ पी। टिग गवर्नमेट या मय प्रतिकारकर मार नीष, पधम। लिये हर माम ८.५० देती है। यहां पर लोई जम्युकरण (म. झो) भूएन, एक प्रकारको सुगन्धित यारो पात १ । यह जो दक्षिणा देत, पुत्र को जबुतर-एक प्रमिा गर्व गोर्य। गियपुरा था. | जाशीम-हिम मागीपका एक प्राचीन गारमा माहामा तया योगमाहामा मतानुमार वर गेन | THI मा यति पा । परत माग मनमान. ' सोनिमे एक सा है। यहां महादेयो अनमूर्ति आफ्ना प्रदेश कमर गांवो सेनाको नाम ... विराजमान है। स्थनपुराध नियाशियहा ना कर उगबीर देवादिदेवको जनमूर्तिका दर्गम करममे पुनरकर नहीं आJor {i.gs agी . होता। जार- दे।। .. .... श्री.महामसिमे पाय मोम मरकाम (म. ) : विख्यान मन्दिर परस्थितम देवालयः मरिभांगी मामा...