पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/४५४

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४.९ जेटो-जेठगुर खाचर नहो । ३ एक दूमो के दरर रखा हुषा महोश बरतनो-! मेठ करते हैं। ग्ट देगी। २. पतिका बड़ा मारे, का समूह। ४ कोट, कोरा। ममुर। (वि.)३ पपन. हा लेटो ( तो.) जहाजों परम माल चढ़ाने या उतार जेठवा (हि.पु.) यह माममें होनेवामी एक प्रकार मेका एक पदा चबूतरा जो नदो या ममुदके किनारे की कयाम । पना रहता है। जेठवा-एक प्राचीन राजपूतयंग। पहले ये मोगष्ट्र (यत. जो-१पक सेनगू प्राप्ति। ये वगरम्परामे मनयुद्ध, मान काठियावाड़) सनमान में रहते थे। पति नया यूम घूम कर चिकिमा करके जोविका निर्वाह करते : प्राचीनकालमें ठयापनि मियानी पार नामाक धोनका ३। तन्नो मामिन सभ्य नाके पन्दर रहते हुए भी ये न्यान अधिकृत किया था। पीछे मुमसमानों हारा ये मोग सेनगू माया बातमीत करते हैं। इनके उपवीत है- वहम विताहित तो हुए थे, किम्नु गीतहीन मोगाने ये न्यान्य जातियों को अपेक्षा पपने को संचा ममझने उस स्थान का अधिकांग पधिकार कर लिया। बहुत पहले हैं पोर इमोलिए नोच कार्य करना स्वीकार नहीं करते ।। ये पायपुर के पार्वत्यप्रदेश में रहते थे। मोर्यि रन मोगोंकी तोर के राजा जय स्वाधीन थे, तब ये उन यहां धन-1 एक प्राचीन राजधानी थी। पहले काठियायाइमें जेठा, रसकका काय करते थे। फिलहान निमेमे बहुतमे । घडाममा, मोसाही पोर पाना रन चार राजपूत. महिरमें रहने नरी है। जातियोका प्राधान्य था। परन्तु झाला, भाईला पादिक कहा जाता है कि फिमो ममय महिमा होलोग प्राधिश्व पीर प्रभुत्वमे उधारी जातियाँको मंग्या घातकका कार्य करते थे। कमगः घट गई है। जेठयापनि पपने पूर्व पधिकत टोयू मुलतान समय जयिोने परत शमता पोर काठियावाह पपिम पौर असर भागमे विताहित होगे न पुण्य माथ जनरल म्यायूको हत्या को यो । पर भुर्द के पाय त्यप्रदेश में मधिकार समाया है। पुर दरके जो मोग पम भी भग्नम्यानमें जोड़ लगानौ ममर्य। पम भी भग्नस्थानमे जोड़ लगाने में ममर्थ रामा पुरिय जेठया वग है। अठवा के प्रति या लगाया करते हैं। उल्फिम माधका कहना है । | हाम निवा-जटवा साजीने पनरिमयाइपासना कि रमले मोस को महाशति जाति पृथिवीम दूसरी नहीं। रामा सपनीको गुहम पराजित कर कैद कर लिया। जेम्म स्क्रीन पपने "The Captivity, Suffrrings , गिरोही पोर पन्यान्य प्रदेगडे राजाप पनुरोधसे and escapa of James Scurry" नामक अन्यम इनके समजो रामा उपाधिको त्यागना स्वीकार करने पर युइकोगतका वर्णन किया है। मद्रजीने उनको छोड़ दिया। सभीमे पुरंदर राजापाने __महिमुरके लेश्यिोंका की की 'मष्टिगा' नाममे ] 'राना की उपाधि धारण करना छोड़ दिया है। भो उमप किया जाता है। इनमें बहसमें मोग जेठगर मार-मीराष्ट्र पन्तर्गत पानपुरके एक 'मनमापा' नामक एक प्रकार प्रभग भापाका प्यवहार राजा। चोटिलाकी काठिजाति कापरवंगामें इनका करते। जम्ममा था। बादशाह महम्मद तपनको प्रत्यापार २ कराई जातिको एक भाषाका नाम पौर गुजरात के मुलतान पाक्रमणमे किमी ममय पीठ (हि.पु.) १ गाय पोर पापाढ़ के घोचमें पड़ने पानन्दपुर जनगून्य परखी गया था। उस समय थाला एक पान्दमाम । म मामको पूर्णिमारे दिन । बुध नामका एक प्रामवामी मेंम पोन्नत पोत्री यहां घन्ट्रमा येहा गलतम रहता है। मोमे मे प्य या परमा, उममें पानन्दपुरको देव फर काठि-मदार विठ. Mit-Myrent Crimitter. पूर माया पोर मियान पाघरका पर दी।म पर • •ornwrat katthewr talkin ind reme from hie ! नमोगनिदा पर्वत पार गम्य मगर पामपुर brattyatipronrotheJantin o laretaiorl mpegatilyatir aaorth tirir internatimes dl पर कसा कर लिया : म गान मोगाम २० वप राश्य किया। मवाद राममातभाता मुभा नागा Vol. VIII. 103