पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/६२९

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१०. भारावर मन्न-जोष हुपा धा। डाकघर, मराय, बङ्गाना और पुन्निम टेशन है। | था। १८३५ १०को हटिग गवन ने उनमे जोवर .. जोरावर मन-हिन्दी के एक कवि। ये नागपुरो रहने लिया। अधिकांश अधिधामो मिनट। हममें वाले पोर जाति कायम्य घे। १७३५३ में इनका सम्म ६४० गांव वमे हैं। • २ भासाम अन्तर्गत खामो पोर जयन्तो पहाड़ जोरावरमि' -१ बोकानेरके एक राजा । सुजानसिंहको उपविभागका मदर ग्राम । यह पक्षा. २५२६ उ. और मृत्यु के उपरान्त १७३७ ई. में ये बीकानेरके मिहामन देशां०८२१२ पू०में ममुद्रपठ मे ४४ २२ फुट उचे पर पर बैठे थे। उनके सामनकालमें कुछ विशेष घटनाएँ अवस्थित है। यहमि कपास, रबर भादिकी रफतनो दुई थी। इन्होंने कुल १० वर्ष तक राजत्व किया था। होती है और दुमरे दूमर देगोंमे चावन्त, सम्बो माइती किमो किमोका कहना है कि इन्होंने (म० १७८२मे | पौर सूती कपड़े को आमदनो होतो है।। या वर्षा १८०८को भोतर) रमिकप्रिया टोका' नामक एक ग्रन्य अधिक होती है। १८८१ ई० तक परले पांच वर्षोम'. रचना किया था। ३६२०६३ इञ्च वर्षा होती थो.। १८६२में जी जातोय २ काश्मोर के राजा गुलाबमि' के एक मेनापति । विद्रोह हुआ था, जोवाई उमका केन्द्रस्थान रहा। इन्होंने लदा नामक स्थान काश्मोर राज्यमें लिया था. जोवारी (हिं स्त्री०) एक प्रकारको चमकीलो मैना। गुलायसिंह देय।। | यह कई तरहकी मोठी मोठी बोलिया बोलतो है । भित्र ३ जयशनमेर के प्रधान मामन्त । अापके पिताका नाम | भिन्न ऋतुम यह भित्र भित्र देशों ना कर रहती पन पमिद था, जिन्होंने राजकुमार गममिहमे मिल कर है। यह फलों और अनाजोंको हानिकारक है। अयगलमेर के राजा रायल मूलराजको बन्दी कगया था। रम भंड मिना चित्तोके और नीले रङ्गाके होते है। , बादमें जोरापरमिहने माताके प्रादेशानुसार रावत मूल. इमका मांम बहुत स्वादिष्ट होता है। ..... राजको कारागारमे मुक्त कर दिया। इस पर रावल | जोश (फा० पु०) १ उफान, ध्यान ।। २. मनोवेग, मूलराजके मन्त्री मालिममिहने पड़यन्त्र रच कर उन्हें पावेश। राज्यमे निकलवा दिया। जोगन : फा० पु०) १ एक प्रकारका चादी या मोनेका ____कुछ दिन बाद सानिममिहको गस्त में मामन्तोंने | गहना जो भुजाओं पर पहना जाता है। इममें स: या . घेर लिया। उपायान्तर न देख. दुष्ट हदय सानिमने पाठ पहलवान लंबोतर पोले दानोको : पांच या : जोरावरमिहके वैगे पर पगड़ी रण्ड दी। 'वोरदय जोड़ियां होती हैं। दोनों रेशम या सून पादिके डोम . . जोरायरने उसे क्षमा कर दिया। परन्तु पीछे उस दुष्ट गुधे रहते हैं। दोनों बाहों पर दो, जोगन पहने जाते मम्टीने अपने प्राणरधक जोरावरमिकों जहर दे कर | हैं। २ कवच, जिरह सकतर । . . मार डाला। जोशाँदा (फा० पु.) यह जड़ या पत्तियां जो दयाके जोरापरी (फा. स्त्री.) १ जोरावर होनेका भाय।२] लिये पानोम उमानी जाती हैं, फाय. काढ़ा। जयग्दम्तो, धींगा धींगी। जोशो (हि.पु. ) जोषी देयो। ... जोल (हि.सो.)म्ती, भार्या, घरवानी। जोप (सं.पु.) जुप घनः । . १ प्रीति, प्रेम । २ सेवन, जोनाहा (Eि' पु०) जुलादा देगे। मेवा । (की• ) सुख, पाराम। . :: जीवाई-१mमामके पामो और जयन्ती पहाड़ मिलेका जोप-एक कधि। इनका कविता-सम्बन्धीय नाम पह. मध डिविजन। यह पक्षा० २४' ५८ एव २६ ३७. मद मन ही था। ये लव नसके रहनेवाले और पौर देशा० ८१.५८ सथा ५१° पू०के मध्य प्रवस्थित १८५३ ई.में विद्यमान रहे। इन्होंने 'उर्दू दोषान' है। क्षेत्रफम्न २०८६ वर्गमौत पीर मोसमस्या प्रायः | नामक अन्य रचा है। इन पिताका नाम माय . १०८२१ है। यह पहले जयन्तीरानके अधिकारमें | मुशोमा या जो मयाय मुहब्बत हो सके थे।