पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/७७२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

चारमाटा मा पहुंचती है। मोहितसागरके मुहानमें उसमागा पन्त पापगमे ममुष्टशो म्फोति मारण मी होतो। जिम रोप तक पफोकाक ममम्त पूर्य उपकूनम प्राय: एक ममय झार र गमे प्रवाधिक मोमो, म माय ममयमै मिर्फ एक ही बारतराष्ट्र राती कीमनिए उन पल सारा प्रतिहत होने पर पानी हमने माना ग्यानों में एकही ममयमें ज्वार देवर्नमें पाती है। उस पोर पोडेकी नरद गमे पोर भी 'यो हो कर मागा पारीपको पार कर ज्याप्त पाटनमाटिक मह घड़ो मजाम नदीका तरफ धावित होतो । विम्तीन मागरमें प्रवेश करतों पर अमेरिकाको तरफ पप्रमर बार प्रकार प्रबनगमे पात पति यति कमगा कम घोड़े होती है। उत्तमाशा पन्तरीपमें उपस्थित होने के प्रायः नदोके मुहाने या बाहों में प्रवेग की, मो पर हर मामा १३१४ घंटे बाद ज्वारतराष्ट्र निग पाने में प्रवेग पोर पानी अंधा हो जाता है। पामेजन नटोगा करती है।म ममय हमको पन्य भाषा उरभागमें श्रापानो प्रायः १२. फुट चालो जाता कर दक्षिणको तरफ लोटमोरमलिए अमन मागरम वारशा ममय माभारणत: निदिर होने पर भी यह एक माय टोनी दिगामि दो ज्यार- ताप्रयंग करती : मर्षदा ठीक नहीं रहता। पकार कर पाकियार २४ हजारतरतरपन होनक प्राय: ५. घंटा ५०मिनट बाद होमोशिशुपमावण्या दिम घंटे बाद ग्न गड़कोहीपाश्रमें उपस्थित होतो है। सूर्य यदि याम्योतमाको (Meridin) पट्र पहने म प्रकारमे यार प्रयास नाना गावापाम यिमा । हो पार कर जाय तो निर्दिट ममयम परमोचार होकर एकही ममय माना देगान्तरीको भिव मिया और टारो निटि: ममयम गतिम नामा दिगामि भयमर होता है। इस कारण पाहि पाती है। पूर्णिमा के दिन भोप यदि विपरीत प्रायः एक बन्दर में दो भिन दिशापोमे दो चार-प्रवाए। दिगार गामारका पन्द्र पाने पार कर साय. नोवार एकसी ममयम उपम्पित होते हैं। गुसर्ग उस जगह! गोरापोर पाद पार गर्न निर्दिर ममय दोमांक मंच में प्रथम ज्यार उत्पन्न होतो है । जर्मन महोतोला मागर के किनारे पर ग्घित बातम धन्दाम ऐमा होता पकमार काई ममुद्रामम पाहिश-चार १२ घंटा

  • फन्डा उपमागर किनारक पामनापोलिग बन्दरमै २८ मिनट माद फिर प्यार होतो । मर्याज यार.

इम स ज्यार-सन १२० फुट ऊंचा होता। हम इनका प्राय: (टा २४ मिनट बाद गम ज्यादा भाटा शाटगम वन्दरमें एकहो ममयमे भारतमहामार पोर | माधोभाटाका भी मध्य काम १२ घंटा ५० पोगमागरमे एक ग्यार पोर पक मारा होता है। स्न मिगट रिमामटोके उपाकोरफ भाटाशा ममय दोनों पाहाँ ममियण के कारण यहां ममुद्रका न पौराको पपेशा घोडा होता, पर्यात् उग मामाका मर्य र समान रहसासमलिए यह ज्यार भी नहीं। पामा जितमा मनाम पा हो घर बार प्रत्यय रमा.उममेकमा पधिक ममय नमः धार और कम्तीर्ण गमे याजनको पति कई एक पुर.) घटनेमे नगा में गादा नहीं सोनी, पोर जो सुक होतो भी यह तम मानिए मतमो नदियोम पारा जम मपमा घई गगुदा मानम मी पड़तो। पाठ किमा किमो प्रग करता पाप्रा ममान मा हो कर मदो पोर गाड़ी पादिक मुहाने पर मार जलको टपता! नामे सात प्रतिशम धापित होता * । वंधती १.पुरम मा पधिक शेती विम पार्ममा पामो सापागे बदन भी नहीं पhi, उमी पर्म) 10ट पोर मायानभिता पामो ३० फुट क्षमा पाईयो का हर हर पर । चेप्टोन नगर पाम ERT प्रायः ५. फुट पापा का सट पर पदाइ it ki को याद पर परिका गोमिया प्रदेश में जमकी (काशाद पाना ) कर उसमा माय: रास. यह उयता र पामधन मदाहा यमया (पाद) 12 र प्रायः