पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/७८३

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झग-भज्भर करनेगी सुविधा के लिये यह जिना २ तहमोल और २५ / प्रारम्भको औरङ्गजेब सम्राटके शासनकालने झनके थानीय विमा है । झन, मधियाना, चिनियोत, शेरकोट | वर्तमान नाथसाहमके पूर्व पुरुष लालनाधसे स्थापित पोर प्रहमदपुरमें भ्य निमपान्निटी है। हुआ है। दूरसे नगरका एक पार्य देखने पर म जिलेको जलवायु बहुत स्वास्थ्यकर है। व्याधिकेवल उन अमोतिकर वालुकास्त पके सिवा और तर और वसन्त प्रधान है। झग, मधियाना, चिनियोत, | कुछ देखनमें नहीं पाता है। किन्तु दूगरो भोरमे शेरकोट, अहमदपुर और कोट इसागाइनगरमें गया | देखने पर सुन्दर उद्यान, सरोवर, कुञ्जवन. अहालिका मेण्ट के दातव्य औषधालय है। प्रादि मनोरम दृश्य देखने में आता है। यहाँके, पधि- २ पञ्जाब प्रदेश के पूर्वोत झा जिले की मध्यस्थ तह- कांश अधिवासो शियान और क्षत्रिय हैं। यहां मोटे मोल । यह अक्षा० ३१ से ३१४७ उ० और देशा | कपड़े का व्यवसाय अधिक होता है। कावुनी सोदागर ७१५६ से ७२४१ पृ०में अवस्थित है। यहाँका भूपरि- उमे खरोद कर अपने देशको ले जाते हैं। वजीराबाद : माण १४२१ वर्गमोल और जनसंख्या प्रायः १८४४५४, और मियनवालिसे अनाज की आमदनी होती है। है। इसमें झङ्ग मरियाना नामक शहर और ४४८ ग्राम | झझर (हि. पु. ) एक प्रकारका पानीका बरतन। लगते हैं। यहांका राजस्व प्रायः २५६०००, रु० है। इमका मुंह चौड़ा होता है और यह पानी रखने के इसमें जिलकी अदालत और पांच थान है। काममें पाता है। इसको उपरो तह पर पानीको . ___३ पञ्जाब प्रदेशके अन्तर्गत भङ्ग जिलेका प्रधान नगर ठण्टा करने के लिये थोडासा वालू लगा दिया जाता है, और म्युनिसपालिटी। यह प्रक्षा० ३१. १८ उ० और और सुन्दाताके लिये तरह तरहको नकाशियां भी की देशा० ७२. २०पू० पर झझसे दो मोल दक्षिण जेच जाती है। इसका व्यवहार प्रायः गरमी के दिनों में होता दोमाय पर अपस्थित है। लोकसंख्या प्राय: २४३८२ है क्योंकि उस समय मनुष्योंको ठण्टा पानी पीनको चाद है जिससे १२१८८ हिन्दू और ११६४८ मुसलमान रहती है। है। झङ्ग और मधियाना म्य निसपान्तिटोके अन्तर्गत है और दोनों एक नगरमें गिने जा सकते हैं । चन्द्रभागा झकर-पञ्जाब प्रदेशस्थ रोहतक जिलेको दक्षिणको नदीके वर्तमान गर्भ से ३ मोल पूर्व और वितस्ताके | तहसील, यह अक्षा० २८. २१ मे २८ ४१२० पोर साथ उसके मङ्गम-स्थानसे १० और १३ मोल उत्तरः देशा० ७६२० से ७६ ५६ पू०में अवस्थित है । भूपरि- पथिममें ये दोनों नगर अवस्थित हैं। झङ्ग नगर निम्न माण ४६६ वर्ग मील और लोकसख्या प्रायः १२३२२७ भूमि है और वाणिज्यस्थानसे कुछ दूरमें पड़ता है। है। इस तहसीलका अधिकांश वालुकामय है। सरकारी कार्यालय आदि जबसे मघियानेसे उठा लिये नजाफगढ़ नामक भोलके निकटस्थ स्थान जलमय है। गये है, नमसे भागको अवनति हो गई है। ..शहरमें यहांका प्रधान उत्पन्न ट्रव्य वाजरा, ज्वार, जी, चना, केवल एक बड़ी सड़क है। जिमके दोनों बगल ईटोंके गह त्रादि है। एक सहकारो कमियर, एक तहसील बने हुए पय है। वे पथ ईटोंके छोटे छोटे टुकड़ोंमे बंध दार और एक अनररो मजिष्ट्रेट विचार-कार्य सम्पादन है और पानी निकामका अच्छा प्रवन्ध भी है। नगरके | करते हैं। इस तइमोनमें २ दीवानो, ३ फौजदारी बाहर विद्यालय, झरना, प्रोपधालय ओर थाना है। और २ थाने हैं। रिवारो-फिरोजपुर रेलपथ एस तह गियालय के मालखाने १४६२ ई में पुराना झा | सोलके प्रान्त हो कर गया है। इसमें झन्कार नामका नगर' निर्माण किया था। वह नगर बहुत समय | एक शहर और १८८ ग्राम लगते हैं। तक झनके मुसलमान राजानों को राजधानी था, २ पञ्जाब प्रदेशस्थ रोहतक जिलेको भन्भर तह. . वाद बहुत समय हुआ कि वह चन्द्रभागाके सोतसे | सोलका प्रधान नगर भोर सदर । यह पक्षा. २६३६ ।' 'ब गया है। वर्तमान नगर १६वीं शताब्दीके | और देना. ०६ ४० पू० पर रोहतक जिलेमे २१