पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/७८५

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१४ झज्मावायु-मडसातल भाममे प्रमिद है । लोकमया प्रायः ५६३८ है । दर. : झटका (हिं पु०) झटकनेको क्रिया, झोंका ! २ झटक भना महाराजको मन्सामोंने यहाँ जन्मग्रहण किया, नेका भाव । ३ पशु वधका एका प्रकार। . ममें यह इसोमे झझारपुर विशेष प्रख्यात है। कहा जाता है, कि अस्तके एकही आघातसे काट डाला जाता है ।। पहने टरभङ्गाके महाराजगण मभो निःमन्तान अयम्बामें आपत्ति । ५ कुश्तोषा एक पेंच । . . . प्राणत्याग करते थे। महाराज प्रतापसिंहने इममे अत्यन्त झटकारना (Eि क्रि.) झटकना, किमो चोजके भयभीत हो कर निकटवर्ती मुरनम् ग्रामवासी गिव. गिराने या नष्ट करनेको इच्छागे हिनाना। ग्तनगिरि नामक किमी एक साधुको शरण लो। माधु । झटपट (हिं अव्य० ) अतिथीघ्र. फौरन, जल्दी। . झझारपुरमें प्रा अपने मिरमे एक बाल गिरा कर बोले झटा (स. स्त्री० ) झट-यच्-टाप । १ शीघ्र । २ भूम्या- ; कि जो मनुण झञ्झारपुरमें वाम करेगा उम के पुत्र । मलको, भू चावला | . अवश्य होगा। प्रतापने उमी ममय उम स्थान पर एक झटाका (हि. वि. ) शइका देखो। धरको नीवं डाली, किन्तु घर तैयार हो जाने के पहले झटि (म० पु. ) झटति परम्पर संलग्न' भवतीति झट- ही उनको मृत्यु हो गई। उनके भाई मधुमिह मकान | प्रोणादिक इन् । १ सुद्र पक्ष, छोटा पेड़। वनया चुकने पर । छ दिन वहीं रहे थे । टरभङ्गाको महा- | भरिति (अन्य ) झट शिक्षा झट-इन लिन् । १ द्रुत, तेज । राणो गर्भवती होनमे ही इम स्थानपर भेजो जाती है। पहले २ शीघ, जल्दी। इसके पर्याय-स्राक्, अञ्जमा, पाहीय, दम स्थान पर किमी गजपूत-वशीयका अधिकार या, | सपदि, द्राक, मन, मद्यः और तत्क्षण है। . . पोछे महाराज छतरसिंहने उनमे यह ग्राम ग्वरीदा था। स्यकत्या गेहे झाटेति यमुना मन्जुकुमां जगाम !" , . . ___एस स्थानको रत्नमालादेवोका मन्दिर विख्यात है। . . . (परित ) देवो की अर्चना करने के लिये बरत दूरमे मनुपा पाते झड़ (हिं० स्त्रो ) १ ताले के भीतर का खटका जो है। पीसलको चीज प्रस्तुत होने के कारण भी यह स्थान तालीको चोटोसे घटता बढ़ता है। २ शटी देखो। मगहर है। इस स्थान पनबट्टे और गङ्गाजली अत्यन्त झड़न ( हिं० स्त्री०) १ झड़ी हुई चीज. जो कुछ झड़ मुन्दर होती है। बाजारमें अनाज के बड़े बड़े कारखाने कर गिरे । २ झड़नेको क्रिया या भाव। . ' है। झन्भारपुरमे हियावाट. मधुवनी, नगया प्राटि भड़ना (हिं० क्रि.) १ कण या बंदके रूपमें गिरना। स्थानों में सहके हो जाने यवमाय दिनों दिन बढ़ , २ अधिक मख्या में गिरना । ३ वीर्य का पतन होना। रहा है । वजारकै पाममे दरमङ्गगम पुनिया तक एक ४ परिष्कार करना, झाड़ा जाना। बड़ो मड़क चलो गई है। | झड़प (दि. म्बी०) १ लड़ाई, टटा । २ क्रोध, गुम्मा। इस ग्राममें हिन्दू और मुसलमान दोनोंका वाम है। ३ धावेश, जोग । ४ अग्निशिखा, ती, नघट । ५ झडाटा किन्तु हिन्दूकी मग्या कुछ अधिक है। देखो। . झभावायु (म पु०) झमाध्वनियुको वायुः, मध्य- झड़पना (हिं'• क्रि०) १"भाक्रमण करना, हमला पदली. ११ मझायात, वहांधी जिसके मांय जनी भी करना। २ छोप लेना। ३लड़ना, झगड़ना । ४ वन- बरमे । २ वेगवान वायु, पन वायु । ' पृर्यक किमौकी कोई चीज छीन लेना। ; . . . भट (हि. कि वि० ) तत्त्तण, उमो ममय, तुत। झड़पा झड़पो (हिं. स्त्री०) गुत्यमगुत्या, हाथा-पाई। झटक (म पु०-स्त्री.) अन्त्यज वर्ण विशेष। झडबरी (हिं'. म्बी०) १ जगन्तो वर । २ लङ्गलो वैर. . "तपायरप्ये अटकदए कूपे द्रोणां प्रलं कोशविनिर्गता । (अग्रि) का पौधा । झटकना (Eि' मि०) १ झटका देना, हनका का देना। झड़वाना (Eि कि०) झाइनका काम किसी दूसरे में २ झटका देना, झोका देना। ३ बन्नपूर्वक किमीको कराना । । चीज लेगा, ऐंठना। . . . . . . झड़सातन-युक्तमदेगके अन्तर्गत भगढ़ जागीरका