पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/७९७

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७२६ झाँसी मान मरोवरीमम अधिकांग.. वर्ष पाले | के परयों राजगप ममप ममय पर दिमो मरकारको.. मोवाई चन्दन राजापाक गासनकालमें और कुश कर देने पर भी एक तरह स्वाधीनभावमे राज्य करते थे। ' १च्यों या वाम बुन्देमा. गागों द्वारा बने हैं। यो गताग्दोके पारममें पोरक्षा के राजा मोमिने . झोमाम प्राय: १२ मील पूर्व प्रमर मरोवर पोर उममेभी | झोसोका दुर्ग निर्माण किया। इन्होंने मन्नोमको प्रोचना- ८मोल पूर्व करनया मगेयर है। . . से ममाट, अकवरके विमस्त मन्त्री और प्रमिह ऐसिया . मामी के उत्तर भागकी भूमि ममसन्न और रुगयणे मिक पवुलफजनका प्रापनाश किया, मोसे ये प्रकार : 1 या भूमि मार नाम मगहर हे घोर उममें कपाम कोपाननमें शपड़े। . . . . प्रच्छो उपजती है।. पाक, वेसया (येववतो) और १६०२ ई० में बोरमिको दमन करने के लिये एकदम धमान नामको तीन नदियो झामीको प्रायः घेरोदर है। मन्य भेजो गई । मैनिकों ने उस प्रदेशको नाम नहम कर याँकि ममय उन नदियों में बाढ़ का जानेमे झांसीके . डाला, वीरमिह प्राय ने कर भाग सम्ने । एमझे घाट पन्चान्य स्थानमि पाना नाना बन्द हो जाता है। गम में उनके प्रभु युवराज सन्तोम जहाँगोरका नाम धारण कर .. गटमे रचित जङ्गलका परिमाण ७०००० वोधा है ।झासो मिहासन पर बैठे : उन्होंने पुनः अपना राज्य माग , परगने दक्षिण भागमें वेवयतो नदोके किनारे धने | किया।:१५२७. में शाहजहाँ के सम्राट होने पर अगला योमधररीके योग्य बड़े बड़े यक्ष है, इसके मियां योरमिक विद्राही हुए; किन्तु क्षत कार्य न हो सके। मेर, ताग पादिक वृक्षभी पाये जाते है । बीम घरगक । सम्राट ने योनिको क्षमा कर, उन्हें फिर पूर्व पद पर प्रति िघास बेच कर भो गयमण्डको ययेष्ट आमदनी स्थायी कर तो दिया. पर उनको पालेको तरह क्षमता . होती है । जालमें वाघ, चोता. लकड़यग्धा, भिम भित्र और स्वाधीनता न दी। इसके बाद वहां भयानक विश-' . जाति हिरन जङ्गली कुत्ते पादिरहते हैं। अग्ला उपस्थित हुई। भोरश राज्य कमी तो मुमतमानी. इतिहास - पहुनौका अनुमान है कि परिहार राज । के हाय, कभी बुन्दना-मीर धर्मरावशे और कभी उसके .. पून ही सबसे पहले झांसी में राज्यमापन किया। पुत्र छत्रशालके हाय गता था। अन्तमें १००० ई० को उसके पहले यह पादिम असभ्य जातिका यामस्थान था। मुन्दना -महापोर नगालको सबाट बहादुरगाइसे पान भी परिहारगण झाँसीके २४ ग्राम दखल किये हुए वर्तमान झी तया निज्ञाधिष्ठत ममम्त भूभाग दपन ।' है। किन्तु उनका पट विवरण कुछ भी मास्तुम नहीं। करनेको प्रमुमति मिल गई। किन्तु किस पर भी मुमल. है। चन्दनबंधोय राजामौके राजत्वकालसे झांसोका मान सुमादरोनि बुन्देलखण्ड पर पाक्रमण करना न छोड़ा। विवरण कुछ कुछ स्पष्ट है। पचाय देखो। इनके आक्रमणमे मार बार तंग हो जाने पर छवशालगे १७३२ राजस्वकालमें की झांसोके पर्वत पर वर्तमान यड़े। ई में पेशया घाजोरायसे घालित महाराष्ट्रोंको सहायता सरोवर खोदे गये थे। पन्दनाजय के बाद उनके प्राधना कोइम ममय महाराष्ट्रीयगण मध्यप्रदेश पर अधीनस्य गवाड़ाने राज्य पधिकार किया। इन्होंने दो मामा कर रहे थे । वगालका प्रस्ताव सुन कर उमो करारटुर्ग बनाया था। १४वो ताप्दो में बुन्देला नामक | समय उन्होंने शुन्दे सखण्डकी यात्रा की। गुड़के समान निमयपीस्य राजपूत जातिके एक दसने इस प्रदेश पर होने पर स्वचालन पुरस्कार स्वप अपने राज्य का एक अधिकार कर मालनगरमें अपनी राजधानो क्यापित को। एतोयांग महाराष्ट्रोको मदान किया। २०४२ १०में महा. 'कमगः उन्होंने करार पधिकार कर अपने नाम पर पमिः राष्ट्रीने एक प्रपत्र रचा, जिममे परिक्षा राज्य पर पाक . हित वर्तमान समय बुन्देलखण्ड में राज्य फै माया|| मप कर उन्होंने प्रन्यान्य प्रदेशों के साथ उसे भी अपने एन्दैमावीर रुद्रप्रतापने पोरवा नगर म्यापन कर यहां गज्यमें मिला लिया। उनमे भेनापसिने झांमो नगर गाजधानी कायम की। वर्तमान अधिकाग सम्मान्त इन्टेमा स्थापन किया और प्रोरलागे अधियासियोंकी ला बहीं .. अपनेको रुद्रप्रताप गधा मानाने । रुद्रप्रताप सा दिया। . . . . . . . . . .