पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/८२९

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मुठाना-मुरकुट झठाना (E.शि.) मठा मावित करना, मुठलाना। मया (हि.पु.)। मन्या देतो। अनदेयो। .. झठामूठो (हिं० कि०) झूठमूठ देगा। मुयमुबो (दि. सो.) कानमें पहनने का एक प्रकारका मठासना (बि. कि. ) मुलाना देगो। गहना । इस तरहका गहना मिर्फ देहासोस्तिया गया अगट (म'• पु. ) लुगट-पच पृपोटगदित्वात् माधुः ।। हार करतो है। सादहीन वृक्ष, वह पेड़ जिममें तना न हो, झालो । २ | भुमका ( पु.) १ एक प्रकारका गहना भो कानमें . म्तम्ब, खंभा। ३ गुल्म। पहना जाता है। यह छोटो गोल कटोरोके पासागका झण्डिया-गौड़ ब्राह्मणों का एक कुन्ननामा इमे कहीं नो | होता है। कटोरोको पेंदोमें एक कुदा नगा रहता बह पोर कही न कहते हैं। पीर इसका मुंह नीचे की पोर गिरा रहता है। कुदेके अन (दि. स्त्रो०) १ एक चिड़िया । २ अनसुनी देनो । सहारेमे कटोरी कानमे नीचे की योर लटकतो रहता है। झनक (Eि • पु०) न पुरका शब्द । इमके किनारे पर सोने के तारमें गुथे हुए मोतियाको मुनकना (हि. कि०) झुनझुन गब्द करना, मुनमुन झालर लगी होती है। यह पता भी कानमें परना बजमा। जाता है। कोई कोई इसे का फूलके नीचे लटका कर मुनमुन (हि. पु० ) न पुर आदिके वजनेका मुनमुन भो पहनती है। २ झुमके के प्राकारमें . फूल लगानेवाले एक प्रकारका पौधा । ३ इस पोधेका फल !.... मुनमुना (हि.पु.) छोटे छोटे लड़की के खेलनका एक झुमरा (हि. पु. ) लुहारीका एक बड़ा इथोड़ा। यह खिलोना । यह धात, काउ, ताड़के पत्तों या कागजका । खानमेंमे लोहा निकालनेक कामम पाता है। बना होता है । इममें पकड़ने के लिये एक एंडी भी नगो मुमरि (म'• स्त्रो०) रागिणोविशेष, यह प्रायः महार रहती है । डीके एक या टोनों सिरों पर पोला गोन्न रसमें प्रयोज्य है। मुमरी (हि. मो. ११ काठको मुंगरी। २ एक प्रकार: निये कंकड़ या किसी चीजके छोटे दाने दिये रहते हैं। का यन्त्र जिससे गच पीटा जाता है। .. . अनमुनाना (हि.क्रि०) घुमके ममान घावाज करना । झमाज (हिवि.) झुमनेवाला, जो झमता हो। मुनझुनियाँ (हिं. मी.) १ मनईका पौधा । २ एक प्रकार- अमाना (हिं.क्रि.) किसीको झूमने लगाना। . का गहना जो परीम पहना जाता है पीर जिससे मुन- भुमिया-मघ जातिको एक गारखा। ये अपना पादिम अनका शब्द होता है। ३ वेड़ी, निगड़। याम पहाड़ी प्रदेशमें बतलाते हैं। ये लोग विशेष कर मुनामी (हि. वी.) शरीरके किमो पंग उत्पन एक | म नामक अनाज उपजाते है, इमोमे इनका नाम प्रकारकी सनसनाइट । यह हाथ या परके बहुत देर तक | झुमिया पड़ा है। एफ स्थितिमें मुड़े रहने के कारण होती है। अमुर-वीरभूम, छोटा नागपुर भोर उमके पाम पाम के अनसुनु-राजपूतानेके अन्तर्गत जयपुरराज्यको शेखा- प्रदेशों में प्रचलित नीच जातियों का एक प्रकार नृत्य-गोत । बतो जिलेका एक परगना और नगर । यह पक्षा माधारणत: दो या उससे ज्यादा मित्रयां टोलके धागे के माघ । ८. पौर देशा० ७५ २३ पू. पर दिलोमे १२० माल नानारत्व प्रङ्गभगो करतो पोर गाती हुई नाचा करतो . ' - दक्षिण-पयिम तथा विकानोरमे १६० मील पूर्व में प्रव- है ममर नाच पनेकांगमें प्रनील होने पर भो इम स्थित है । लोकसंस्था प्रायः १२२७८ है। एक पर्वतके कुछ गोत पत्यन्त भावपूर्ण है। पूर्य पाददेश पर यह नगर पयस्थित है। यह पर्यंत मर-राजपूतानेके अन्तर्गत योधपुर राज्यका एक नगर । यात दूरसे दो पड़ता है। शेषायतो के राजाके गासन यह प्रधा० २६३३ ७० प्रौर देगा. .७३ १६० पर , कानमें यहां पांच सर्दारोंका अलग अलग दुर्ग था। योधपरमे १८ मीन उत्तर-पूर्व पयस्थिता । यहां काठके पर पच्छे पके चित्र खोदे जाते हैं। मुरकुट (हि वि०) । कुम्हलाया हुघा, सूखा उपा। पापो (हि.पु.) १ सुराग देशो। | २ ग, पतसा. टुबना।