पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/९८

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जरद-जरमनौः .. . . रक्षा करने में समर्थ । पा(सिक और जन्दअवस्ता पान्दमें । को एक वोधि । यह.चन्द्रमाको वोथि मानी जाती है। विस्तृत विवरण देखे।। । ३ एक गिहका नाम:। (स्त्री०) ४ एक बुट्टी गाय। जरद (फा०वि०) पोत पोला, जर्द। जागवयोथि.(मस्सो०)। चन्द्रमाको वोथि। इसमें नरदका (फा. पु. ) जरदा या पोस्न नामका पक्षी। विशाखा, अनुराधा और न्य ठा नक्षत्र रहसे हैं। जरदष्टि (H० वि० ) १ प्रतिहार, बहुत बुट्टा । २ दौ/ जरतिष (म० वि०.) जरतो.हहान् वेवेष्टि विष-विपः । जोवी, बहुत दिनों तक लोनेवाला । (स्तो ३ दौछ। यहा जरत विपं. जल यस्मात् । उदक जोर्णकारी, भग्नि । जीवन, वह जो बहुत दिनों तक जोता हो । ४ वृद्धा जरनत.(० पु०.).मामयिक पत्र। इसमें क्रममे किसी वस्था, बुढ़ापा। प्रकारको घटनाएं मादि-लिखो.रहती है। जरदा ( फा. पु.) १ मुसलमानोंका एक प्रकारका जरना (हिं० कि०.) जलना देखें। व्यञ्जन। इसके बनानेकी तरकोय यह है कि पहले जरनिशा (फा० पु.) एक प्रकारका कोफ्त । इममें कलर चावलमें हलदी डाल कर उमे पानीमें उबालते हैं। करने के पहले गुलबूटे उभाड़े जाते हैं। थोड़ी देरके बाद उसमेंमे जन्न निकाल कर उसे दूसरे जयन्त (म पु०.) जीयं तौति-झच् । १ महिप, मैंमा । बरतनों घी डाल कर शकरके शर्बतम पकाते हैं। इसको २६, बुट्टा मनुष्य। स्वादिष्ट तथा सुगन्धित बनाने के लिये उसमें पोछेसे लोग जरब (अ. स्त्री. १ प्राधात, चोट। २ तबले मृदंग इलायची और ममाले छोड़ दिये जाते है ।२ पान | आदि परको धार! ३ गुणन, गुणा। ४. वह बेल जो ग्वानको एक प्रकारको सुगन्धित काने रंगको सुरती । ३ कपड़े पर छपी या कादी जाती है। एक प्रकारका घोड़ा जिमका रंग पोता होता है। ४ रजवपत (फा० पु.) एक प्रकारका रेशमो यन्त्र । इसको पोन्त रंगको एस प्रभारको छोट। ५ एक प्रकारका | - बुनावटमें। कलाबत्त दे कर कुछ बेल बूटे बनाए जाते हैं। पती। इसको कनपटी पोलो, पोठ खाकी, पेट मफेद | ज़रबाफ (फा.. पु...): पक कारीगर जो कपड़े पर देत. और चोंच तया पेर पाले होते हैं। कोई कोई इसे पोल | बूट बनाता है जरदोज । भी कहता है। जरवाफी (फा० वि०), जिस पर अरबाफका काम बना जरदान (फा० पु०) खूबानो नामका मेधा । खुमानी देखे। हो । ( स्त्री०)२ जरदोजी। जरदो (फा० स्त्री०) १ योलापन, पोलाई । २ अण्डे का नरबुलन्द (फा० पु०.). कोतका-एक मेद। इसके गुलबूटे भीतरका वह चेप जो पोले गका होता है। बहुत उभड़े रहते है। जरदात (फा० पु. ) एक प्राचीन पारमो आचार्य । ये जरमन ( पु.) १ जरमनो, देशकै लोग। २ जरमनो ईसासे बहु वर्ष पहले हुए थे। पारसियोंके प्रसिद्ध देशको भाषा-1 (वि.) ३ जरमनी देश सम्बन्धी, जर. धर्म ग्रन्थ ज़न्द अवस्ता ल्हीका बनाया है। दाहोंने मनोका। बर्मनी देवे। सूर्य और अग्निको पूजाको प्रथा चलाई यो । थाइनामे- जरमनसिलभर ( ५० पु. ) जस्ते, नवि और निकलके लिखा है कि इनको मृत्य तूरानियों के साथसे हुई थी। योगसे बनी हुई एक प्रकारको सफेद चमकीली धातु । जरथुस्त्र देखो। इसमें पाठ माग तांबा, दो.भाग निकल पोर तीनसे जरयोज (फा० पु. ) यह शो कपड़ों पर कालपत् । पांच भाग तक जस्ता दिया जाता है। यदि इसमें निकल स्यादि करता हो। अधिक दी.जाय. तो रसका रंग ज्याद सफेद और अच्छा जरदोजी ( फा० पु.) एक प्रकारको हायको कारीगरो। हो जाता है। यह.धातु:वरतन और गहने भादि बनाने के यह कपड़ी पर सुनइले कलावत्त प्रादिमे की जाती है। काममें पाती है। . जरहव (स'. पु.) जरश्वासी गौर्य ति । १ जीर्णहष, | जरमनी (40) मध्ययुरोपका एक प्रसिब देश। बुहा बैल ! २ विगाया, अनुराधा और ज्येधा नक्षत्रों बर्मनी देखो।