पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/१३४

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मुसलक-मुसलमान १३१ वृत्तान्तमें इस स्थानको Mes Piyae कहा है। पूर्व- देश भेदसे उक्त मुसलमान जाति कई नामोंसे पुकारी कालमें जव उत्तमाशा अन्तरीपके चारों ओर अथवा जाती है । इस जातिके यूरोपमें मूर अरवी, मुसलमान स्वेज-योजक हो कर भारतवर्ष माने जानेका पथ आवि- और तुर्क आदि कई नाम हैं। उत्तर-अफ्रिकामें यह कृत नहीं हुआ था, उस समय यूरोपीय वणिक् संप्र- जाति मगरवी कहलाती थी । किन्तु पोछे १८वीं दाय पैदल चल कर मुसल नगर आता और वहीं कुछ शताब्दीके मध्यसे मूर कहलाने लगी है। मालूम समय ठहरता था। वाणिज्य करनेके उद्देशसे भार• होता है, कि जव यूरोपीयोंका यहां प्राधान्य हुआ और तीय वणिकगण तुरुष्कराज्य जाते थे, उसके यथेष्ट प्रमाण बहुतेरे यूरोपवासी यहां आकर बस गये, तवसे यह जाति मिलते हैं। जबसे यूरोपीय वणिक दल समुद्रपथसे | मूर कहलाने लगी। आविसिनिया और न्यूवियाके मुसल- आने लगा, तवसे यहांके वाणिज्यव्यवसायमें भारी मान हवशी, फारसके रहनेवाले पारसी, भारतीय मुसल- धक्का पहुंचा, साथ साथ जनसंख्या भी घट गई । नगर- मान सम्प्रदायके लोग हवशी, खण्डा, नेडे, पठान (अफ- के बाहर नेव्वि फुनुस प्रामके एक बड़े, स्तूपके मध्य | गान , मुगल, तातार, पारसी, अरवी और तुर्क कहलाते भग्नावस्थामें पतित एक मसजिद देखी जाती है। जन हैं । तामिलमें तुकारा, चुलिया,, तेलगु तुर्कवतु, साधारणका विश्वास है, कि यह पैगम्बर जोनाका जोनङ्गी, ब्रह्ममें प-थी, चीनमें होईहोए, कोएपान्थे । सिवा समाधि-मन्दिर है। यहां बहुतसे सोते भी वहते हैं। इनके सुमाता, सिंहल, यव और बलि प्रभृति द्वीपोंमें मुसलक (सं० पु०) १ पर्वतभेद । २ सरीसृपविशेष । मुसलमान जातिके समागम होनेसे उन देशोंमें इसके मुसलधार ( हिं० कि० वि० ) मूसलधार देखो। विविध नाम दिखाई देते हैं। जैसे अरवके पश्चिमाभि- मुसलमान-अरव देशवासी इस्लाम धर्मावलम्बी जाति- | मुखमें अग्रगामी स्पेन और उत्तर-अफ्रिका विजयी मुसल- विशेष । महम्मदके चलाये धर्म में विश्वास और आस्था मान 'मूर' कहलाये, वैसे ही पूर्वाञ्चलवासी साक्रिया रख जिन लोगोंने उनके मतका अनुसरण किया था, वे मुसलमान-सम्प्रदायने 'सारासिन' नामसे पूर्व-अफ्रिका हो अरव देशोय मुसलमान कहे जाते हैं। इस्लाम- और एशिया खण्डमें प्रतिपत्ति विस्तार की थी। सहारा धर्मके सेवक साधु प्रकृति महम्मदके चेलोंका नाम | मरुभूमिके पर्यटनकारी प्राचीन अरव दल खुष्टान- सम्म- मुसलिम् (Aloslem) था । इसका अर्थ है--मुक्त दाय द्वारा 'सारासेन' नामसे पुकारा गया । इसे 'सहारा- पुरुष । अरवो भाषामें मुसलमान शन्दका बहुवचनमें जदेन' भी कहते हैं। मुसलमान हो जाता है। इसीलिये महम्मदीय सम्प्रदाय ____ मध्ययुगमें जिन मुसलमानोंने यूरोपके फ्रान्स राज्य- धर्मगौरवज्ञापक मुसलमीन शब्दसे विभूषित हुआ है। को जीत कर सिसिली द्वीपर्म वास किया था वे ही इसी मुसलमीन शब्दका अपभ्रंश मुसलमान शब्द है। खुष्टान-ग्रन्थों में 'सारासेन' नामसे पुकारे गये हैं। इस मुसलमान-रमणियां भी मुसलमानिन कहलाती हैं और शब्दको व्युत्पत्तिके सम्बन्धमें यूरोपीय अन्धकारोंके वे अपने प्राचान धर्म इस्लाम धर्मको मानती हैं। विविध मत दिखाई देते हैं। Du Cange का कहना है, कि इब्राहिमकी स्त्रीका नाम सारा था। इसी सारा __* मुसलमान और इस्लाम शब्द "सलम्" धातुसे उत्पन्न | नामसे सारासेन नामकी उत्पत्ति हुई । Hottinger के हुमा है। इसका अर्थ है-निरापद, मुक्त अथवा मुक्तिदान करनेवाला । जिस धर्मका आश्रय लेनेसे इस धराधामकी यात्रा | पद साधित होता है। भारतीय मुसलमान साधारणतः मुसलिम निर्विघ्न पार कर पारलौकिक मुक्ति मिलती है, महम्मदने उसी | अर्थात् आदि मुसलमान और नव मुसलिम (नवमुक्त ) अर्थात् प्रसिद्ध और पवित्र धर्ममतका इसलाम नाम रखा। सलाम, | स्वधर्मत्यागी इस्लाम-धर्मानुरागी भेदसे दो तरहके है। ये कभी तसलीम, सलामत और मुसलिम शब्द उक्त धातुके प्रत्ययवाची | कभी अपनेको महम्मदो या मोमिन भी कहत है । इनका आचरित शब्द हैं। मुसलीम शब्दके बहुवचनकें रूपान्तरमें भी मुसलमान है धर्म 'दीन-इ-इस्लाम' कहलाता है।