पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/१६४

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मुसलपानधर्म १६१ उनके सामने अवतीण हो कर उनमें माथे पर आवा। विद्वेषवादी और सुन्नी शियावालोंको रफजी (निन्दक) (छाता) फैला कर महम्मदको देख कहा था, कि | कहा करते है। फातिमा और तीनों चारोके खान्दानके लोग सैयद । विस्तृत विवरण शिया और सुन्नी शब्दमें देखो । (राजा) के नामसे पुकारे जायेंगे। इसके सम्बन्ध पठान पैगम्बर याकुव (Jacob ) के वंशधर हैं। और भी एक कहावत है, कि महम्मदने अपनो लड़को | सायर ग्रन्थमें इनकी उत्पत्ति इस तरह लिखो है :- वीवो फातिमा तुआहाराको अलीके हाथ सौंपते समय महम्मद मुस्तफाने किसी युद्ध में अपने वश सेनापतियों- भगवानसे प्रार्थना को थी, कि फातिमाके गर्भ तथा अलो को भेजा। रणक्षेत्रमें वे मारे गये। इस पर उन्होंने के औरससे उत्पन्न सन्तान सन्तति सैयदके नामसे | अपने सेवकोंको अपना एक नेता मनोनीत करनेका पुकारी जायें। हुकुम दिया। इसके अनुसार उन सोने महम्मदके ___ उपयुक्त कहावतोंमें कुछ तथ्य हो या न हो हमें वंशके खालिद विन वालिदके वंशधर एक मनुष्यको इतिहासमें फातिमाके पुत्र हुसंनसे सैयद हुसेनी और अपना सरदार मनोनीत कर उस युद्धको जीता था। हासनसे सैयद हासनो और अलोको दूसरी स्त्रोसे सैयद इसके बाद पैगम्बर उन सवोंको फत्ताहन (रणजयकारो) अलोवी खान्दानको उत्पत्ति देखते हैं। उपाधिसे सम्मानित किया था। कालक्रमसे फत्तान् शब्दसे वे पठान कहलाने लगे। दूसरे लोगोंका कहना ___ महम्मद स्वयं शेखके नामसे परिचित होते थे। यह है, कि महम्मदने वालिदके पुत्र खालिदको युद्ध जीतने- शेख श्रेणी तीन भागों में विभक्त है। महम्मदके अनुचर के लिये पुरस्कार स्वरूप खांकी पदवी दी। उसी और वंशधर शेख कोरेशी, आवकर, सादिकके वंशधर शेख सादिकी और उमरके वंशधर शेन फरूकी नामसे समयसे पठानों में 'मां' की उपाधि चल पड़ी । उत्पत्ति- . पुकारे गये । शेख शब्दका अर्थ सर्दार तथा दलपति के अनुसार पठानों में भी विभिन्न दलोंकी सृष्टि हुई है। जैसे :-युसुफसे युसुफजै, लुदीले लोदो आदि । होता है। उपर्युक्त चार श्रेणीके सिवा भारतवर्ष में 'नौया पैगम्बर इशहाक ( Isaac ) ने अपने पुत्र ईसूको मायते' यानी नवागत नामसे और एक श्रेणी दिखाई आशीष या दुआ देते समय कहा था, कि "तुम्हारा । देती है। इसको उत्पत्तिके सम्बन्धमें नाना तरहकी वंश राजवंश कहलायेगा।" उसी समयसे उनका वंश किस्पतियां प्रतिमा किम्बदन्तियां प्रचलित हैं। मदोनावासी कितने ही लोगोंने एक स्वतन्त "गोल" या समाज बन गया। 'गोल' शब्द हो | महम्सदकी शवदेहको दूसरी जगह ले जानेके लिये मकवरे- कालक्रमसे 'मुगल' शब्द बन गया । घटनाक्रमसे वालबाग को खोदा था। मकवरेके पहरेदार यह खबर पा कर उन नामक एक मुगलने एके दुर्जय शत्रुको पराजित किया। सर्वोको नगरसे भगा दिया। ऋमसे वे ग्रामसे भाग कर इस पर मुहम्मदने उसे वेग (राजा) शब्दसे पुकारा। जन्मभूमि छोड़ देनेको दाध्य हुए। उन्होंने हो भारत में आ उसी समयसे यह वंश वेग कहलाने लगा । मङ्गो- कर नवागत दलको पुष्टि की थी। फिर कुछ लोग कहते लियावासीसे कोई कोई मुगल शब्दकी उत्पत्ति वत हैं, कि खलीफा हारुण अलरसीदने जिन कोरेशोंको राज्यसे लाते हैं। वाहर कर दिया था, उन्हीं के वंशधरसे इस वंशकी उत्पत्ति मुगलोंमें फारसो इरानो शिया मतके और तुर्की- है। टोपूसुलतानने नौ खामीवाली स्त्रीके गर्भजात वाले सुन्नी हैं। शियामें फिर तुशिय', मझहरी, सन्तानसे इस 'नौमा आयते' दलको उत्पत्तिकी कल्पना इरानो, और तिन-यारो नामझे और सुन्नियोंमें सुन्नत, | करते हैं। ये लोग विद्यावत्ता, शास्त्र और विज्ञानकी 'जुम्मोउत, तसानुन और चारयारी आदि विभाग दिखाई आलोचनामें तथा वाणिज्य-विषयमें मुसलमान-समाजके देते हैं। मतभेदके कारण उक्त दोनों सम्प्रदाय एक | मध्य शीर्ष स्थानको अधिकार किये हुए हैं। दाक्षिणात्य- दूसरेके विरोधी हैं। शिया सुन्नियोंको खारिजी वा | की मुसलमान राजसरकारमें इस सम्प्रदायको यथेष्ट Vol. XVIII 41